मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें Mehandipur Balaji Facts Hindi

Mehandipur Balaji

Mehandipur Balaji Facts Hindi : राजस्थान के दौसा जिले में पड़ने वाला हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर “मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर” अपनी चमत्कारी शक्तियों के रूप में जाना जाता है। इस मन्दिर से भूत प्रेत, चुड़ैल आदि से पीड़ित लोग हनुमानजी की शरण में आकर ठीक हो जाते हैं। यह मंदिर अपने चमत्कारी प्रभावों और घटनाओं के कारण विश्वभर में एक रहस्यमयी मंदिर के नाम से जाना जाता है। आइये जानते हैं मेहंदीपुर बालाजी से जुडी कुछ रोचक बातों को –

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें (Mehandipur Balaji Facts Hindi)

1- यह मंदिर और इससे जुड़े चमत्कार हर किसी को हैरान कर देते हैं। यहां कई लोगों को जंजीर से बंधा और उल्टे लटके देखा जा सकता है। भक्तों का मानना है कि भूतप्रेत से पीड़ित लोगों को यहां आकर समस्या से छुटकारा मिलता है।

2- मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में तीन देवों की प्रधानता है ; एक तो स्वयं बालाजी श्री बालाजी महाराज, दूसरे श्री प्रेतराज सरकार और तीसरे श्री कोतवाल (भैरव)। यह तीन देव यहाँ आज से लगभग १००० वर्ष पूर्व प्रकट हुए थे।

3- बालाजी का मंदिर मेंहदीपुर नामक स्थान पर दो पहाड़ियों के बीच स्थित है, इसलिए इन्हें घाटे पहाड़ों वाले बाबा जी भी कहा जाता है। इस मंदिर में बजरंग बली की बालरूप मूर्ति किसी कलाकार ने नहीं बनाई, बल्कि वह स्वयंभू है।

4- कोतवाल कप्तान श्री भैरव देव भगवान शिव के अवतार हैं। उनके हाथों में त्रिशूल, डमरू, खप्पर तथा प्रजापति ब्रह्मा का पांचवां कटा शीश रहता है। वे कमर में बाघाम्बर नहीं, लाल वस्त्र धारण करते हैं। वे भस्म लपेटते हैं। उनकी मूर्तियों पर चमेली के सुगंध युक्त तिल के तेल में सिन्दूर घोलकर चोला चढ़ाया जाता है।

5- बालाजी मंदिर में प्रेतराज सरकार दण्डाधिकारी पद पर आसीन है। प्रेतराज सरकार के विग्रह पर भी चोला चढाया जाता है। प्रेतराज सरकार को दुष्ट आत्माओं को दण्ड देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है।

6- यहाँ प्राय आत्माओं के वशीभूत हुए कई लोगों को प्रतिमा के सामने रोते-बिलखते और भूत-प्रेतों के प्रभाव से पीड़ित होकर सर पटकते देखा है। परन्तु यह साक्षात् बालाजी की चमत्कारी शक्तियों का प्रभाव ही है, कि ऐसे लोग बिना किसी दवा के स्वस्थ होकर मंदिर से बाहर निकलते है।

7- कहा जाता है, मुस्लिम शासनकाल में कुछ बादशाहों ने इन मूर्तियों को नष्ट करने की कुचेष्टा की, लेकिन वे असफल रहे। वे इसे जितना खुदवाते गए मूर्ति की जड़ उतनी ही गहरी होती चली गई। थक हार कर उन्हें अपना यह कुप्रयास छोड़ना पड़ा।

8- प्रतिमा के निचले हिस्से में एक कुण्डी लगी है, जिसमें से जल का प्रवाह निरंतर बना रहता है ,अर्थात इसमें कभी जल समाप्त नहीं होता। ऐसा माना जाता है कि मेहंदीपुर बालाजी की छाती पर बायीं ओर लगा यह छोटा छिद्र से बालाजी का पसीन बहता है।

Mehandipur Balaji Amazing Facts Hindi

9- दुखी कष्टग्रस्त व्यक्ति को मंदिर पहुंचकर तीनों देवगणों को प्रसाद चढाना पड़ता है। बालाजी को लड्डू, प्रेतराज को चावल और भैरों को उड़द का प्रसाद चढ़ाया जाता है। कहते हैं कि प्रसाद के लड्डू खाते ही प्रेत बाधा से पीड़ित व्यक्ति के अंदर मौजूद भूत प्रेत छटपटाने लगता है और अजीब हरकतें करने लगता है।

10- यह प्रसाद घर नहीं ले जा सकते। यह प्रसाद बालाजी के दूत के रूप में मंदिर में उपस्थित पशु-पक्षियों को खिलाया जाता है। भूत-प्रेत से पीड़ित व्यक्ति यह प्रसाद ग्रहण करता है और अपनी समस्याओं से मुक्ति पा लेता है।

11- यहां का नियम है कि यहां से खाने पीने की कोई भी चीज घर पर नहीं लानी चाहिए।दर्शन के बाद घर लौटाते समय यह देख लेना चाहिए कि आपकी जेब या बैग में खानेपीने की कोई भी चीज न हो।

12- कुछ लोगों का मानना है की मंदिर में केवल भूत-प्रेत से पीड़ित लोग ही जा सकते हैं, परन्तु यह मान्यता गलत है, यहाँ बालाजी का साक्षात् निवास है। यहाँ प्रतिमा के दर्शन मात्र से सारे दुःख-कष्ट दूर हो जाते है और बालाजी के चमत्कारी प्रभाव से कभी कोई बुरी शक्ति व्यक्ति को पीड़ित नहीं कर पाती।

13- बालाजी जाएं तो सुबह और शाम की आरती में शामिल होकर आरती के छीटें लेने चाहिए। यह रोग मुक्ति एवं ऊपरी चक्कर से रक्षा करने वाला होता है।

14- मेंहदीपुर बाला जी के दर्शन करने वालों के लिए कुछ कड़े नियम भी होते हैं। यहां आने से कम से कम एक सप्ताह पहले लहसुन, प्याज, अण्डा, मांस, शराब का सेवन बंद करना होता है।

15- बालाजी मंदिर के सामने ही एक भव्य राम दरवार मंदिर भी है और इसके साथ कई देवी देवताओं के मंदिर इस पहाड़ी पर हैं।

यह भी पढ़ें –

श्री रामचरितमानस से जानने योग्य 15 रोचक तथ्य

तिरुपति बालाजी मंदिर के बारे में 22 सच जो आप नहीं जानते होंगे।

शिरडी के साईं बाबा के बारे में कुछ रोचक बातें

महाभारत से जुड़े यह तथ्य जो शायद आप नहीं जानते होंगे !

यह लेख “मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें Mehandipur Balaji Facts Hindi” आपको कैसा लगा. अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। शेयर करें, जुड़े रहने की लिए E-mail Subscribe करें . धन्यवाद

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *