Inspirational Hindi Story
बिना सोचे समझे फैसला लेने का परिणाम क्या होता है इसको हम एक छोटी से कहानी से समझेंगे, हो सकता है आपने यह कहानी सुनी हो ‘यह पंचतंत्र की बहुत ही Inspirational Hindi Story About Wrong Decision है जो मैं यहाँ शेयर करने जा रहा हूँ।
यह Human Psychology है हमें जो दिखता है हम उसे सच मान लेते है, और तुरन्त फैसला ले लेते हैं। कभी कभी तो कुछ सेकंड की भी देर नहीं लगाते और फैसला ले लेते हैं, चाहें बाद में क्यों न पछताना पड़े। तो आइये इसको एक छोटी सी कहानी के माध्यम से जानते हैं –
बिना सोचे समझे फैसला लेने का परिणाम | Inspirational Hindi Story About Wrong Decision
एक गांव में एक ब्राह्मण अपनी पत्नी के साथ रहता था। जिस दिन उसकी पत्नी ने अपने पुत्र को जन्म दिया उसी दिन कहीं से एक नेवले का बच्चा भी उनके घर आ गया। ब्राह्मण की पत्नी को नेवले का यह छोटा सा बच्चा बहुत पसंद आया और उसने इस नेवले के बच्चे को अपने घर रख लिया और अपने बच्चे की तरह ही उस नेवले के बच्चे को पालने लगी।
यह भी पढ़ें : पिता की सीख
Inspirational Story Wrong Decision
नेवले का बच्चा थोड़ा बड़ा हुआ और वह ब्राह्मणी के बच्चे के साथ खेलने लगा। नेवले का बच्चा उस ब्राह्मणी के बच्चे के साथ ही रहता। दोनों में खूब प्रेम हो गया। ब्राह्मणी यह देख बहुत खुश होती थी, लेकिन कहीं न कहीं उसे यह शंका भी रहती थी कि नेवला है तो एक पशु, कहीं यह मेरे बच्चे को नुकसान न पहुंचा दे।
एक दिन ब्राह्मणी को अपनी सहेली की गोद भराई में जाना था, उसने अपने पति से बच्चे की निगरानी करने को कहा और चली गई।
ब्राह्मण अपने पुत्र के पास बैठ गया। तभी उस नगर के राजा का सिपाही ब्राह्मण के घर आया और उसने राजा के महल में पूजा अनुष्ठान के लिए निमंत्रण दिया। यह सुन ब्राह्मण दुविधा में पड़ गया। उसने सोचा अगर जाता हूँ तो पुत्र की निगरानी कौन करेगा और यदि नहीं जाता हूँ तो राजा किसी और ब्राह्मण को बुला लेगा, और राजा के यहाँ से जो दान दक्षिणा मिलेगी वो मारी जायगी। आखिरकार उसने फैसला किया कि बच्चे का भार नेवले पर डालकर राजा के महल चला जाये।
यह भी पढ़ें : जीवन संघर्ष | Motivational Story In Hindi For Life Struggle
Inspirational Story Wrong Decision
ब्राह्मण के जाने के बाद न जाने कहाँ से एक काला सांप ब्राह्मण के घर आ गया और अपना फन उठाये बच्चे की तरफ देखने लगा। पास बैठे नेवले ने उस सांप को देख लिया।जैसे ही साप बच्चे के नज़दीक पंहुचा नेवला फुर्ती से उस सांप पर टूट पड़ा और उसका सर अपने मुँह में दवाकर उसे यमलोक बहुचा दिया।
संयोग से उसी समय ब्राह्मण और ब्राह्मणी दोनों भी वापस आ गये। नेवले ने जब दोनों को आता देखा तो वह ब्राह्मणी के पास आ गया और अपनी स्वामिभक्ति को दिखाने के लिए उछलने कूदने लगा। ब्राह्मणी ने जब देखा की नेवले का मुँह खून से सना हुआ है तो उसे संदेह हो गया कि जरूर इस दुष्ट ने मेरे बच्चे को खा लिया है और उसने बिना सोचे समझे दरवाज़े के पास रखे डंडे से दो तीन जोरदार प्रहार किये और नेवेल का मार डाला।
जब ब्राह्मणी और ब्राह्मण दौड़ कर अपने पुत्र के पास पहुंचे तो देखा कि बच्चा तो ख़ुशी ख़ुशी अपने पालने में खेल रहा है और पास में मरा हुआ एक काला साँप पड़ा है। यह देख दोनों सब समझ गए और अपने किये पर पछताने लगे।
“बिना सोचे समझे फैसला लेने का परिणाम | Inspirational Hindi Story About Wrong Decision” आपको कैसी लगी कृपया कमेंट के माध्यम से अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। कृपया Share करें और जुड़े रहने की लिए Subscribe करें. धन्यवाद