Lord Krishna Quotes In Hindi With Image – जीवन, कर्म, सकारात्मक सोच, शांति, सत्य और सफलता पर छवियों के साथ सर्वश्रेष्ठ भगवद गीता संदेश, उद्धरण, स्थिति और विचार। श्री कृष्ण के अनमोल सुविचार | Shri Krishna Anmol Vachan
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Image Quotes of Lord Krishna in Hindi
भगवान कृष्ण को भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में और अपने आप में सर्वोच्च भगवान के रूप में पूजा जाता है। वह करुणा, कोमलता, प्रेम के देवता हैं और भारतीय देवताओं में सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से पूजनीय हैं। उन्होंने हमें जीवन, प्रेम, खुशी, धर्म, मोक्ष (मुक्ति), भक्ति (भक्ति), योग, ध्यान, धर्म, सत्य के बारे में सब कुछ सिखाया। आइये जानते हैं श्री कृष्ण के श्री मुख से निकले कुछ अनमोल वचनों को –
श्री कृष्णा के अनमोल वचन | Lord Krishna Quotes In Hindi
“वह सब कुछ करो जो तुम्हें करना है,
लेकिन लालच से नहीं, अहंकार से नहीं,
वासना से नहीं, ईर्ष्या से नहीं बल्कि
प्रेम, करुणा, नम्रता और भक्ति के साथ।”
भगवान श्री कृष्ण इस अनमोल वचन के माध्यम से कार्य करने की नियत का उल्लेख करते हैं। जब किसी भी कार्य करने में अगर लालच होगा, बेईमानी होगी, जलन होगी तो वो काम न तो सही होगा और न ही उसके परिणाम फलदाई होंगे।
इसके अतरिक्त जिस कार्य को हम पूरे मन से प्रेमपूर्वक करेंगे तो वो न सिर्फ हमारे लिए बल्कि समाज के लिए भी हितप्रद होगा।
“नर्क के तीन द्वार हैं: काम, क्रोध और लोभ।”
जो व्यक्ति कामी प्रवृत्ति का होता हो, जिसके मन में लोभ होता है और जो अत्यधिक क्रोधी स्वाभाव का होता है उसके लिए नर्क के द्वार सदैव खुले होते हैं। अर्थात ऐसे वयक्ति को तो सिर्फ नर्क में ही जगह मिलती है।
“मैं ही सृष्टि का आदि, मध्य और अंत हूँ।”
भगवान श्री कृष्ण ही इस सृष्टि के पालनहार है। वही इस संसार की शुरुआत थे, वही मध्य और वही अंत होंगे।
“जो आप जो चाहते हैं उसके लिए नहीं लड़ते हैं; तो जो खोया उसके लिए मत रोओ।”
मनुष्य सब कुछ चाहता है पर सब कुछ उसे नहीं मिल सकता। आपको जो नहीं मिला उसके लिए पश्चाताप मत करो और जो आपसे खो गया, जो आपसे अलग हो गया उसके लिए निराश भी मत हो।
“मैं सभी प्राणियों के हृदय में स्थित आत्मा हूँ। मैं सभी प्राणियों का आदि, मध्य और अंत भी हूँ।”
हर व्यक्ति श्री कृष्ण से जुड़ा है और श्री कृष्ण हर व्यक्ति से जुड़ें हैं। वही हमारे आदि, मध्य और अंत है।
Lord Krishna Geeta Saar Quotes
“ठंड या गर्मी, सुख या दर्द का अनुभव करें। ये अनुभव क्षणभंगुर हैं; वे आते हैं और जाते हैं। उन्हें धैर्यपूर्वक सहन करें।”
समय एक सा नहीं रहता। आज दुःख है तो कल सुख भी आएंगे। और सुख के बाद दुःख भी आना स्वाभाविक है। आपको पूरे धैर्य और श्री कृष्ण पर विश्वास के साथ अपना जीवन निर्वाह करना चाहियें।
“सत्य कभी नष्ट नहीं हो सकता। अच्छा करने से नहीं डरना चाहिए।”
लोग अक्सर सच कहने से बचते हैं या डरते हैं, पर सत्य कभी छुप नहीं सकता और न ही कभी मिट सकता है। कितना भी छुपा लें पर सच तो उजागर हो ही जायेगा।
इसलिए जो बात सच पर आधारित हो उसे करने या कहने और मानने से कभी नहीं डरना चाहियें।
“इस शरीर का मोह मत करो, यह तो माटी है माटी में मिल जायेगा, अमर तो आत्मा है जो परमात्मा में मिल जाएगी।”
लोग अपने शरीर को सुन्दर बनाने में लगे रहते हैं पर आत्मा की सुंदरता शरीर की सुंदरता से कही ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। शरीर तो नश्वर है, मिट्टी ही तो है तो मिट्टी में ही मिल जाता है, पर आत्मा अमर है इसलिए आत्मा की सुंदरता पर ध्यान दो।
आत्मा की सुंदरता अपने को श्री कृष्ण में लीन करने में मिलती है।
Krishna Quotes in Hindi
“जो हुआ अच्छा हुआ।”
जो होता है अच्छे के लिए होता है, कभी कभी विपरीत परिस्थितियां हमारी वर्तमान स्थिति को अच्छा करने के लिए आती हैं।
“मन चंचल है इसे और संयमित करना कठिन है, लेकिन यह अभ्यास से वश में हो जाता है।”
मन चंचल होता है, यह इधर उधर भागता है और किसी भी कार्य की एकाग्रता का दुश्मन है। लेकिन यदि यह व्यक्ति के वश में हो जाये तो इससे अच्छा कोई मित्र नहीं है। मन को एकाग्र करना जरूरी है बस थोड़े से प्रयास और अभ्यास की जरूरत है।
“मेरे लिए न कोई घृणित है और न ही कोई प्रिये, न कोई निर्धन है और न ही कोई धनी, बस जो भक्ति भाव के साथ मुझे याद करते हैं मैं उनका हूँ और वो मेरे।” – कृष्ण कोट्स
श्री कृष्ण उन्हीं के हैं जो श्री कृष्ण के हैं।भगवान तो बस प्रेम, भक्ति के भूखें हैं। जो भी उनकी भक्ति में लीं होता है, जो भी प्रेम से उन्हें याद करता है वो सदैव उसका कल्याण करते हैं।
“मैं हमेशा तुम्हारे साथ और तुम्हारे आसपास रहता है चाहे तुम कुछ भी कर रहे हों।”
जब भी आप कोई बुरा कार्य करते हो या अच्छा कार्य करते हों, आपको लगता है की कोई देख नहीं रहा तो यहाँ श्री श्री कृष्ण कहते हैं की तुम जो कुछ भी कर रहे हो मेरी दृस्टि सदैव तुम पर है। इसलिए आप यह मत समझे की आप अकेले हैं आप के साथ श्री कृष्ण सदैव हैं।
“जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा।”
जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा। “तो, सकारात्मक रहो और अपना कर्म करो।
कृष्ण quotes in Hindi
“आप वही हैं जिसमें आप विश्वास करते हैं, आप वह बन जाते हैं जो आप मानते हैं कि आप बन सकते हैं।”
हमारी सफलता और असफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हम खुद पर कितना विश्वास करते हैं। व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि पूरे विश्वास के साथ अपने लक्ष्य पर लगातार चलता रहे।
“जिस इंसान के चारों तरफ नकारात्मक लोग रहते हैं, उस इंसान का मंजिल से भटक जाना तय है।”
कहते हैं मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। जिस प्रकार सकारात्मक विचारों से सफलता मिलती है उसी प्रकार नकारात्मक विचार असफलता के मार्ग की और अग्रसर करते हैं। क्योंकि जैसा हम सोचते हैं वैसे ही हम बनते जाते हैं और अपने विचारों के माध्यम से ही हमें नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
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श्री कृष्ण द्वारा महान उपदेश
“अपने अनिवार्य कर्तव्य का पालन करें, क्योंकि क्रिया वास्तव में निष्क्रियता से बेहतर है।”
मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो कर्म करता है, इसलिए कर्म करना प्रत्येक व्यक्ति का धर्म भी है। कर्म (कार्य) करने वाला व्यक्ति है कर्मवीर कहलाता है। इसलिए कार्य करते रहना खली बैठे रहने से हमेशा बेहतर होता है।
“जहां भी सभी मनुष्यों के स्वामी कृष्ण हैं और जहां अर्जुन, सर्वोच्च धनुर्धर हैं, वहां भी निश्चित रूप से ऐश्वर्य, विजय, असाधारण शक्ति और नैतिकता होगी।” – श्रील प्रभुपाद, भगवद गीता
श्री कृष्ण (विष्णु जी के 8वें अवतार) जगत के पालन हार और धनुर्धनों में श्रेष्ठ अर्जुन जहां होते हैं वहां निश्चित ही विजय, असाधारण शक्ति और नैतिकता होती है।
“समय हमेशा चलता रहता है कभी रुकता नहीं ! यदि आज बुरा समय है तो कल अच्छा होगा ! इसलिए आप बिना किसी स्वार्थ के सिर्फ कर्म कीजिये, फल समय खुद देगा।”
न तो समय रुकता है और न ही एकसा रहता है, बुरा समय हो या अच्छा समय बदलता जरूर है। आज बुरा है तो कल अच्छा और अच्छा तो फिर बुरा समय जरूर आएगा। सुख के बाद दुःख और दुःख के बाद सुख आते जाते रहते हैं। इसलिए इसपर हमारा कोई वश नहीं है, लेकिन कर्म पर हमारा वश जरूर है, आप सिर्फ कर्म करिये फल की चिंता किये बगैर। समय आने पर फल जरूर मिलेगा।
“जो अहंकार से मोहित हो जाता है, वह सोचता है, मैं कर्ता हूँ।”
जो अज्ञानी व्यक्ति होता है वो यह ग़लतफ़हमी पाल लेता है की मैं कर्ता हूँ। सभी कार्य मेरे द्वारा किये जा रहे हैं, ऐसा जान उसमे अहंकार घर कर लेता है, परन्तु इस श्रेष्ठि में जो भी हो रहा है वो तो प्रकृति द्वारा किये जा रहे हैं। अज्ञानता के कारण व्यक्ति में जो मैं का अहंकार जन्म ले लेता है तो उसका पतन होना निश्चित है।
Krishna Quotes In Hindi
“मैं किसी का भाग्य निर्माण नहीं करता, हर व्यक्ति अपना भाग्य स्वयं बनता है।”
श्री कृष्ण कहते है की वो किसी के भी भाग्य के निर्माता नहीं है, व्यक्ति खुद ही अपना भाग्य लिखता है। आप जैसा बीज बोयेंगे, आप वैसी ही फसल ही काटेंगे। आप जैसा कर्म करेंगे आपको वैसे है परिणाम मिलेंगे। यदि विधार्थी मन लगाकर पढाई करेंगे तो परीक्षा में सफल होंगे। इसलिए हर व्यक्ति का भाग्य तभी बदलेगा जब वो ऐसे कर्म करेगा।
जन्माष्टमी पर्व पर हिन्दी में निबंध
“पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, मन, बुद्धि और अहंकार – ये मेरी प्रकृति के आठ विभाग हैं।”
“जो कुछ भी है वो वर्तमान में है, जो बीत गया है वो नहीं आएगा और जो आने वाला है उसकी चिंता नहीं बल्कि खुलें हाथों से इसका स्वागत करें।”
“भ्रम और संदेह से परे, जब आप भगवान से प्यार करते हैं, तो आप हर चीज से प्यार करते हैं।” – कृष्ण कोट्स
“मन उन लोगों के लिए दुश्मन की तरह काम करता है जो इसे नियंत्रित नहीं करते हैं। और जिसने अपने मन को जीत लिया है, उसके लिए मन सबसे अच्छा मित्र है।”
Krishna Quotes in Hindi
क्रोध में इंसान भ्रमित हो जाता है, और भ्रम से बुद्धि व्यग्र (Disturbs) हो जाती है, और अपने गलत फैसले के चलते उसका पतन (Downfall) शुरू हो जाता है।
जो कर्म में अकर्म देखता है और अकर्म में कर्म देखता है, वह मनुष्यों में बुद्धिमान होता है।
आप केवल कर्म के हकदार हैं, उसके फल के कभी नहीं।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है। जैसा वह मानता है, वैसा ही वह है।
आत्मा विनाश से परे है। कोई भी उस आत्मा का अंत नहीं कर सकता जो अनन्त है।
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Inspirational Krishna Quotes In Hindi
खुशी मन की एक ही अवस्था है, जिसका बाहरी दुनिया से कोई लेना-देना नहीं है।
यांत्रिक अभ्यास से बेहतर है ज्ञान। ज्ञान से बेहतर है ध्यान।
कोई भी व्यक्ति जो अच्छा काम करता है, उसका कभी भी बुरा अंत नहीं होगा, चाहे यहाँ या आने वाले संसार में। – Krishna Quotes in Hindi
अपने भीतर पीछे मुड़कर मैं बार-बार रचना करता हूं।
जिनके मन और आत्मा में सामंजस्य है, जो इच्छा और क्रोध से मुक्त हैं, जो अपनी आत्मा को जानते हैं, उनके साथ ईश्वर की शांति है।
Famous Bhagvat Geeta (Krishna) Quotes In Hindi
हम वही देखते हैं जो हम हैं, और हम वही हैं जो हम देखते हैं।
जो हुआ अच्छा हुआ ! जो भी हो रहा है वो अच्छा ही हो रहा है ! और जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।
“बुरे ‘कर्म’ करने नहीं पड़ते हो जाते है, और अच्छे ‘कर्म’ होते नहीं करने पड़ते हैं !
क्या गया है तुम्हारा जो तुम रोते हो, तुम इस संसार में क्या लाये हो जो तुमने खो दिया, तुमने क्या पैदा किया जो खो दिया , क्योकि तुमने जो भी लिया यही से तो लिया जो भी दिया यही पर दिया। आज जिसे तुम अपना कह रहे हो, कल किसी और का था, और परसों किसी और का होगा। फिर क्यों रोते हो।
Krishna Quotes in Hindi
परिवर्तन ही इस संसार का नियम है।
यह प्रकृति है जो सभी गतियों का कारण बनती है। अहंकार से मोहित, मूर्ख उस धारणा को धारण करता है जो कहती है “मैंने किया”
गर्मी और ठंड, सुख और दर्द की भावना इंद्रियों के अपनी वस्तुओं के संपर्क के कारण होती है। वे आते हैं और चले जाते हैं, चिरकाल तक। आपको उन्हें स्वीकार करना चाहिए।
पूर्ण लगन के साथ अपना कार्य करो, लेकिन उसके फल की इच्छा मत करो। क्योंकि जब आप फल की इच्छा करते हैं तब कही न कभीं आप अपने कार्य में पूर्ण रूप से समर्पित नहीं हो पाते।
गति के लिए चरणों पर ध्यान देना आवश्यक है,
किंतु प्रगति के लिए सदैव आचरण पर ही ध्यान देना चाहिए !
प्रकृति द्वारा निर्धारित कर्तव्य का पालन करते हुए व्यक्ति ने कोई पाप नहीं किया।
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Lord Krishna Quotes In Hindi
जिसका मन उसके वश में नहीं है, उसके लिए उसका मन शत्रु के समान है।
वो मूर्ख हैं जो प्रेम को बकवास कहते हैं, प्रेम इस दुनिया की जड़ है, जिससे दुनिया बनी है..!
अपनी इच्छा की शक्ति से अपने आप को नया आकार दें; अपने आप को कभी भी स्व-इच्छा से नीचा न होने दें।
बुद्धिमान अपनी चेतना को एकीकृत करते हैं और कर्म के फल के प्रति आसक्ति को त्याग देते हैं।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है !
Krishna ji ke Anmol Vachan With Image
कर्म का वास्तविक लक्ष्य आत्मा का ज्ञान है।
हम जो कुछ भी हैं वह हमने जो सोचा है उसका परिणाम है। हम अपने विचारों से बने हैं; हम अपने विचारों से ढाले जाते हैं।
ऐसा कोई समय नहीं था जब मैं नहीं था, न आप, न ही इनमें से कोई राजा। न ही कोई भविष्य है जिसमें हम नहीं रहेंगे।
अपरिपक्व लोग सोचते हैं कि ज्ञान और क्रिया अलग-अलग हैं, लेकिन बुद्धिमान उन्हें एक ही मानते हैं।
Krishna Quotes in Hindi
जिस प्रकार इस शरीर में रहने वाला बचपन, युवावस्था और वृद्धावस्था से गुजरता है, उसी प्रकार मृत्यु के समय वह केवल दूसरे प्रकार के शरीर में प्रवेश करता है। बुद्धिमान इसके बहकावे में नहीं आते।
न यह शरीर तुम्हारा है, और न तुम इस शरीर के। यह शरीर तो अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश से बना है और इसी में मिल जायेगा। परन्तु आत्मा स्थिर है – फिर तुम क्या हो ?
तुम अपने आपको मुझे अर्पित करो। यही सबसे उत्तम सहारा है। जो इसके सहारे को जानता है वह भय, चिन्ता, शोक से सर्वदा मुक्त है।
जो कर्म में अकर्म देखता है और अकर्म में कर्म देखता है, वह चतुर है।
इच्छाओं में कमी ही सुख की कुंजी है।
कोई भी व्यक्ति जो अच्छा काम करता है, उसका कभी भी बुरा अंत नहीं होगा, चाहे यहाँ या आने वाले संसार में
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Lord Krishna Good Morning Quotes In Hindi
जो पहले विष जैसा लगता है, लेकिन अंत में अमृत जैसा स्वाद लेता है – यह सत्व का आनंद है, जो स्वयं के साथ शांति से पैदा हुआ है।
उम्मीद ही आपको रिश्ते में कमजोर बनाती है, उम्मीद का जन्म आपके मन में ही होता है..!!
शांत, नम्रता, मौन, संयम और पवित्रता: ये मन के अनुशासन हैं।
सभी स्वार्थी इच्छाओं पर काबू पाना पर्याप्त नहीं है; स्वामित्व और अहंकार को वश में करना भी आवश्यक है।
जिसे तुम अपना समझ कर मग्न हो रहे हो। बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दु:खों का कारण है।
कर्म मुझसे नहीं चिपके रहते क्योंकि मैं उनके परिणामों से जुड़ा नहीं हूं। जो लोग इसे समझते हैं और इसका अभ्यास करते हैं वे स्वतंत्रता में रहते हैं।
जो मनुष्य प्रकृति के गुणों से अनासक्त है और जो पूरी तरह से दिव्य ज्ञान में स्थित है, उसका कार्य पूरी तरह से परात्परता में विलीन हो जाता है।
अभी निराश मत हो, क्योकि तेरा वक्त कमज़ोर हो सकता है, तू नहीं।
भले ही दुर्बलता ईश्वर द्वारा दी जाती है, लेकिन गरिमा मनुष्य के मन को स्वयं निर्मित करती है।
अंत में सभी आत्माओं को परमात्मा में मिल ही जाना है, यही तो आत्मा का अंतिम लक्ष्य है।
सभी जीव मुझ में है और मैं सभी जीवों में हूँ !
तुम्हारे कर्म ही तुम्हारे भाग्य के निर्माता है।
तुम्हारा मोह ही तुम्हारे दुखों का महान कारण है।
आज वो तुम्हारा हैं कल वो किसी और का होगा, इसलिए व्यर्थ का पछतावा मत करो।
वर्तमान में जीना और उसका अनुभव ही जीवन है।
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Shree Krishna Quotes In Hindi
आत्मा अमर है न तो इसे कोई शस्त्र काट सकता है और न ही अग्नि इसे जला सकती है, जल इसके तेज़ को बुझा नहीं सकता और न ही वायु इसे सुखा सकती।
किसी और के जीवन की नकल को पूर्णता के साथ जीने की तुलना में अपने भाग्य को अपूर्ण रूप से जीना बेहतर है।
आप बुराई से कुछ समय के लिए बच सकते हो लेकिन बुराई तो तुम्हें हजारों की भीड़ में भी तुम्हे ढूंढ लेगी, जैसे गायों की झुंड में बछिया अपने मां को ढूंढ लेती है।
सभी जीवों का निर्माता मैं हूँ ! किसी जीव को कष्ट देकर तुम मुझे खुश कैसे देख सकते हो।
कृष्ण का सेवक बनकर ही जीवन सफल होता है।
चिंता नहीं चिंतन करो।
घमंड व्यक्ति को ले डूबता है।
मैं विधाता होकर भी विधि के विधान को टाल नहीं सकता।
मन सफेद कपड़ा है, इसे जिस रंग में डुबाओगे वहीं रंग चढ़ जायगा।
उठो ! श्रीकृष्ण के चरणों का वन्दन करों। लज्जा और अभिमान छाड़ दो, मन को निर्विकल्प कर लो और वृत्ति को सावधान करके हरिचरणों का वन्दन करो।
Krishna Quotes In Hindi
जीवन में सुख ही सुख है, यदि हम आशाओं (उमीदों) का त्याग कर दें। जीवन में आधे दुख का कारण आशाएं बड़ी होना है।
जो व्यक्ति आपकी क़द्र नहीं करता, उसके साथ रहने से अच्छा हैं, आप अकेले रहे।
क्रोध की अवस्था में भ्रम जन्म लेता है, भ्रम बुद्धि को नष्ट कर देती है और बुद्धि के नष्ट होते ही व्यक्ति का पतन हो जाता है।
मैं सभी प्राणियों को समान रूप से देखता हूं। मेरे लिए कोई बड़ा-छोटा, अमीर-गरीब, नहीं है। ना कोई मुझे कम प्रिय है , ना अधिक, लेकिन जो मेरी प्रेम पूर्वक आराधना करते हैं मैं सदैव उनका हूँ।
मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया मन से मिटा दो फिर सब तुम्हारा हैं और तुम सबके हो।
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Bhagwan Shri Krishna quotes on Karma
आपको अपना निर्धारित कर्तव्य करने का अधिकार है, लेकिन आप कर्म के फल के हकदार नहीं हैं। अपने कार्यों के परिणामों का कारण स्वयं को कभी न समझें, और कभी भी अपने कर्तव्य को न करने के प्रति आसक्त न हों।
आप अकेले आए हैं और अकेले ही जाना है, इसलिए खुद पर भरोसा करो।
चाहे बुरा ही क्यों न लग जाये पर ऐसा सत्य जरूर बोलिए, लेकिन ऐसा झूठ मत बोलिये जो सत्य लगे।
प्रेम का अनुभव एक ऐसा अनुभव है तो व्यक्ति को कभी परास्त नहीं होने देता।
आत्म-विनाश और नरक के तीन द्वार हैं: वासना, क्रोध और लोभ।
वक्त से हारा या जीता नहीं जाता बल्कि वक्त से तो सीखा जाता है।
यदि मन बेचैन है और इसे नियंत्रित करना कठिन है, लेकिन अभ्यास के द्वारा इसे वश में किया जा सकता है।
तुम्हारे मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से मेरी शक्ति सदा तुम्हारे साथ है; और लगातार तुम्हे बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है।
हर किसी का जन्म किसी न किसी कारण से होता है, इसे पहचानों और बस कर्म करते रहो।
कोई भी मनुष्य पूर्ण नहीं है, किसी न किसी में कोई न कोई कमी होती है और हर किसी में कोई न कोई अच्छाई होती है। इसलिए आपकी तुलना किसी से मत करो, बल्कि पूर्ण निष्ठा के साथ अपना कर्म करो।
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Shree Krishna Karma Quotes From Bhagavad Gita in Hindi
कर्मवीर मनुष्य ही अपनी पहचान बनाते हैं, जो कर्म नहीं करते वो विलुप्त हो जाते हैं।
आत्म-ज्ञान की अग्नि कर्म के सभी बंधनों को भस्म कर देती है, हे अर्जुन, जैसे धधकती आग लकड़ी को राख कर देती है।
तू करता वही है जो तू चाहता है, फिर होता वही है जो मैं चाहता हूं। तू वही कर जो मैं चाहता हूं, फिर होगा वही जो तू चाहता है।
भगवान कृष्ण कहते हैं ; खुद पर विश्वास करो और अपना कर्म करते रहो।
जिस व्यक्ति को कोई लगाव नहीं है वह वास्तव में दूसरों से प्यार कर सकता है, क्योंकि उसका प्यार शुद्ध और दिव्य है।
मुझे प्राप्त करने का एकमात्र तरीका प्रेम है।
जो कुछ करना है करो, लोभ से नहीं, अहंकार से नहीं, वासना से नहीं, ईर्ष्या से नहीं, प्रेम, करुणा, नम्रता और भक्ति से करो।
Lord Krishna Anmol Vachan
कर्म करते समय न तो कोई नुकसान होता है और न ही कोई परिणामी दोष, लेकिन इस निस्वार्थ क्रिया की थोड़ी सी भी प्रगति हमें महान भय से बचाती है।
इन्द्रियों से मिलने वाला सुख पहले तो अमृत जैसा लगता है, लेकिन अंत में यह विष के समान कड़वा होता है।
जिसने अपने मन पर विजय प्राप्त कर ली है, उसके लिए मन सबसे अच्छा मित्र है, लेकिन जो ऐसा करने में असफल रहा है, उसके लिए मन सबसे बड़ा शत्रु है।
तुम्हारा कर्त्तव्य ही तुम्हारा धर्म है।
जीवन ना तो भविष्य में है न अतीत में है, जीवन तो बस इस पल में है। जीवन तो इस क्षण का नाम है।
तुम्हारी पीड़ा के लिए मेरे पास एक उद्देश्य है, तुम्हारे संघर्ष का एक कारण है, और तुम्हारी सच्चाई का प्रतिफल है। मेरा विश्वास करो और हार मत मानो।
वह मुझे प्रिय है, जो सुख के पीछे नहीं भागता और न दुख से दूर भागता है, न शोक करता है, न लालसा करता है, वरन वस्तुओं को वैसे ही आने देता है जैसे हो जाता है।
मोह में पड़ कर अपने कर्तव्य को न भूलें !
संदेह करने वालों को न तो इस दुनियां में और न उस दुनिया में ख़ुशी मिलती है।
खुशी की कुंजी इच्छाओं की कमी है।
धन्य है मनुष्य जन्म, स्वर्गवासी भी इस जन्म की कामना करते हैं, क्योंकि सच्चा ज्ञान और शुद्ध प्रेम मनुष्य को ही मिल सकता है।
आपके सिवा दुनिया में कोई भी आपको परेशान नहीं कर सकता।
कर्मयोगी अपने मन और बुद्धि की शुद्धि के लिए ही अपने शरीर, मन, बुद्धि और इन्द्रियों के साथ आसक्ति रहित होकर कर्म करते हैं।
पशुओं में मैं सिंह हूं; पक्षियों के बीच, चील गरुड़। मैं प्रह्लाद हूं, जो राक्षसों के बीच पैदा हुआ हूं, और उन सभी उपायों में, मैं समय हूं।
हे अर्जुन, जो मन के द्वारा इन्द्रियों पर लगाम लगाता है, और इसके बजाय कर्मयोग (अपने कर्म-अंगों के माध्यम से) बिना किसी आसक्ति के निष्पादित करता है, वह श्रेष्ठ है !
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