न स्त्री है, न पुरुष ! Neither Female Nor Male अकबर बीरबल की कहानी

Neither Female Nor Male

अकबर-बीरबल की कहानियां किस्से ; Hindi Story of Akbar And Birbal अकबर-बीरबल की कहानियों की श्रृंखला में हम लेकर आये हैं एक और रोचक बीरबल की बुद्धिमत्ता की कहानी “न स्त्री है, न पुरुष ! Neither Female Nor Male अकबर बीरबल की कहानी” आइये जानते हैं ;

न स्त्री है, न पुरुष !
Neither Female Nor Male
अकबर बीरबल की कहानी

एक दिन बादशाह और उसके खोजे से आपस में कुछ बातें हो रही थीं, इसी बीच बीरबल की बात आई। तब खोजे ने बीरबल की बड़ी निंदा की। वह बादशाह का मुँहलगा खोजा था इसलिये खुलेआम उसकी अवहेलना करना उचित न समझकर प्रमाणों द्वारा मुहतोड़ उत्तर देना शुरू किया।

बादशाह बोले-‘‘तुम स्वयं विचार कर देखो कि मेरे दरबार में बीरबल सा हाजिर जबाव एक आदमी भी नहीं है।’’

खोजा बादशाह के मुख से बीरबल की प्रशंसा सुनकर मन ही मन भड़क उठा और बोला-‘‘हुजूर यदि आप बीरबल को हाजिर जवाब बतलाते हैं तो वह मेरे तीन सवालों का जबाब दे। यदि ठीक-ठीक उत्तर दे देगा तो मैं भी उसे श्रेष्ठ मान लूँगा।

बादशाह ने उससे सवाल पूछने को कहा। खोजा बोला-‘‘;
1- आकाश में तारों की कितनी संख्या है ?
2- दुनियाँ में स्त्री पुरूष अलग अलग कितने हैं ?
3- धरती का मध्य केंद्र कौन सा है ?

बादशाह खोजे को अपने पास बैठाकर बीरबल को बुलवाने के लिये एक सिपाही भेजा।

जब बीरबल आया तो बादशाह ने खोजे के तीनो सवालों का उत्तर माँगा।

बीरबल चुपके बाजार से एक बड़ा मेढ़ा (नर भेड़) खरीद लाया और उसे बादशाह के सामने खड़ा कर बोला-‘‘खोजा साहब! उसके पीठ केबालों की गणना कर लेवें। इसके शरीर में जितने बाल हैं, उतने ही आकाश में तारे भी हैं।

फिर इधर उधर गोड़ से पड़ताल कर एक जगह जमीन में खूटी गाड़ कर बोला- ‘‘प्रजानाथ! पृथ्वी का मध्य यही है, यदि खोजे को यकीन न हो तो स्वयं नाप ले, जब पहले और तीसरे सवालों के बाद दूसरे की बारी आई तो बीरबल हँसा पड़ा परन्तु अपना असली भाव छिपाकर उत्तर दिया-

‘‘गरीब परवर स्त्री पुरूषों की संख्या तो इन खोजों के कारण बिगड़ गई है क्योकि ये न तो स्त्रियों की संख्या में आते हैं और न पुरूषों के ही। यदि सब खोजे जान से मरवा दिये जायँ तो ठीक- ठीक गणना निकल सकती है।’’

खोजे का मुँह छोटा हो गया। उसके मुँह से एक बात भी न निकली। बादशाह ने बहुत कुछ उसे भला बुरा सुनाया। बिचारा लाज का मारा, दुम दबाकर जनानखाने में चला गया। बादशाह ने बीरबल को पारितोषिक देकर बिदा किया।

अकबर बीरबल के 5 दिलचस्प किस्से (कहानियाँ)

अकबर बीरबल की अन्य कहानियां

दोस्तों आपको उम्मीद करता हूँ आपको अकबर-बीरबल की कहानी : “न स्त्री है, न पुरुष ! Neither Female Nor Male अकबर बीरबल की कहानी” अच्छी लगी होगी। कृपया कमेंट के माध्यम से अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। कृपया Share करें

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *