दोस्तों, असंभव सिर्फ एक शब्द है, और इसका अस्तित्व तभी तक है जब तक आप इस शब्द पर यकीन करते हैं। इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हुए जिन्होंने इस शब्द पर यकीन नहीं किया, और उस चीज़ को संभव कर दिया जिसे लोग कहते थे असंभव है ये हो ही नहीं सकता। दोस्तों आज के इस लेख में उन लोगों के असभव को संभव करने की कहानी बताँऊंगा जिन्होने यह साबित कर दिया की असंभव नाम की कोई चीज़ नहीं होती। Real Life Inspirational Stories In Hindi प्रेरित करते महान लोगों की सच्ची कहानियां।
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महान लोगों की प्रेरित करती कहानियां | Real Life Inspirational Stories In Hindi
अल्बर्ट आइंस्टीन (भौतिक विज्ञानी)
Albert Einstein Real Life Inspirational Stories In Hindi
आइंस्टीन का नाम कौन नहीं जानता। जहाँ जीनियस शब्द की बात होती है वहां आइंस्टीन का नाम आना स्वाभाविक है। आइंस्टीन जिन्हें हम जीनियस मानते हैं, वो अपने बचपन में ऐसे नहीं थे। आइंस्टीन चार साल तक की उम्र में तो ठीक से बोल भी नहीं पाते थे, यही नहीं जब वो सात साल की उम्र के थे तब पढ़ भी नहीं पाते थे। स्कूल में उनके शिक्षक उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ्य मानते थे। उनके माता पिता को भी लगता था की वो मानसिक रूप से विकलांग, धीमे हैं। वो किसी से मेल मिलाप नहीं रखते थे, वो पूरी तरह से असामाजिक थे।
उनकी धीमी गति के कारण एक समय ऐसा आया की उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। उसके बाद उन्हें किसी अन्य स्कूल में भी प्रवेश नहीं मिला। लेकिन उनमे जो अद्भुत क्षमता थी उसे कोई देख नहीं पाया। हो सकता है उन्हें अपने आप को साबित करने के लिए थोड़ा समय लगा, लेकिन उन्होंने लगातार मेहनत और प्रयास के दम पर न सिर्फ अपने आप को साबित किया बल्कि इतिहास में नाम अंकित कर दिया। जिन्हें शुरू में मंदबुद्धि समझा जाता था, बाद में उन्होंने आधुनिक भौतिकी का चेहरा बदल दिया। उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया।
दोस्तों, आप क्या है यह आप बेहतर जानते हैं, इसलिए लोग जो समझते हैं उन्हें समझने दीजिये, बस प्रयास करते रहिये, आख़िरकार वही लोग आपके वाह वाही करेंगे।
Top Real life Inspirational Stories in Hindi
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महात्मा गाँधी (भारत के राष्ट्रपिता)
Mahatma Gandhi Real Life Inspirational Stories In Hindi
गांधी जी से लोगों के प्रेरित होने का मुख्य कारण उनका अहिंसा के मार्ग पर चलना है। उन्होंने भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए अहिंसा का प्रयोग किया। हालांकि वे आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी महान बातें और कार्य कई लोगों को प्रेरणा देते रहेंगे।
इंटरनेशनल डेस्क। 1893 में महात्मा गांधी को साउथ अफ्रीका के पीटरमेरिट्जबर्ग स्टेशन पर ट्रेन से धक्का देकर उतार दिया था। उस वक्त उन्होंने पहली बार वहां जातिवाद (रेसिज्म) का सामना किया था। इस अपमान से लड़ने के लिए उन्होंने जो आंदोलन खड़ा किया, वो इतिहास बन गया।
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वॉल्ट डिज़्नी (बिजनेस मैन)
Walt Disney Real Life Inspirational Stories In Hindi
वॉल्ट डिज़नी कंपनी के संस्थापक ‘वॉल्ट डिज़नी’ जिनके कंपनी आज दुनिया भर के मर्चेंडाइज़, फ़िल्मों और थीम पार्कों से अरबों की कमाई करता है, लेकिन शुरू में उन्हें यह कहकर की उनमें क्रिएटिविटी की कमी है, उन्हें एक अखबार के संपादक ने निकाल दिया। लोगों का मानना था की उनके पास कोई अच्छा आईडिया नहीं होता।
लेकिन डिज़्नी ने काफी प्रयास किया लेकिन असफल रहे। उन्होंने कई व्यवसाय शुरू किए जो बहुत लंबे समय तक नहीं चले और दिवालियापन और विफलता के साथ समाप्त हो गए। कई बार ऐसा होता था की उनके पास खाने के पैसे भी नहीं होते थे। लेकिन वो हताश होने वाले व्यक्तियों में नहीं थे। आखिरकार उन्हें सफलता का एक नुस्खा मिल गया जो काम कर गया।
अपने नए प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया जिसे बाद में नाम दिया गया मिकी माउस। उन्होंने मिकी माउस का आईडीयया अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स को बताया तो कोई उनके साथ काम करने तैयार नहीं हुआ डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना था कि लोग बड़े पर्दे पर चूहे जैसे रोडेंट को देखना पसंद नहीं करेंगे लेकिन वाल्ट डिजनी को धुन सवार थी। मिकी माउस को वाल्ट डिजनी ने कड़ी मेहनत और लगन से एनिमेट किया और आवाज भी खुद ही दी।
कई सारी बाधाएं आई लेकिन उन्होंने निरंतर प्रयास करना जारी रखा, आखिरकार 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद 18 नवंबर 1928 को मिकी माउस थिएटर में पेश की गई जिसने वाल्ट डिजनी को एक अलग पहचान दी।
दोस्तों, हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं और चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिए बल्कि विश्वास और मेहनत के साथ प्रयास करते रहना चाहिए। एक दिन सफलता तो मिल कर ही रहेगी।
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थॉमस एडिसन (आविष्कारक और व्यवसायी)
Thomas Edison Real Life Inspirational Stories In Hindi
अमरीकन अविष्कारक और व्यवसाई थॉमस एडिसन जिन्हें इलेक्ट्रिक लाइट बल्ब के लिए जाना जाता है। अपने शुरुआती समय में, शिक्षकों ने एडिसन को बताया कि वह “कुछ भी सीखने के लिए बहुत मूर्ख थे” उन्हें स्कूल से भी निकल दिया गया था।
थॉमस एल्वा के बचपन से जुडी एक कहानी है ; जब वो प्राइमरी स्कूल में पढ़ते थे, तो उनकी क्लास टीचर ने उन्हें के कागज दिया और कहा की इसे अपने माँ को दे देना। उनकी माँ ने जब उस कागज को पढ़ा तो वो रो पड़ी। एल्वा ने पूछा की माँ आप क्यों रो रही हैं। तब माँ ने उन्हें बताया की यह तो ख़ुशी के आंसू हैं, इसमें लिखा है कि आपका बेटा बहुत होशियार है, हमारा स्कूल निचले स्तर का है. यहां टीचर भी बहुत शिक्षित नहीं हैं इसलिए हम इसे नहीं पढ़ा सकते. इसे अब आप स्वयं पढ़ाएं.
एडिसन भी इस बात से खुश हुए और घर से अपने माँ से ही पढ़ना और लिखना शुरू कर दिया। कई साल बीत गए, वो पढ़-लिखकर एक स्थापित वैज्ञानिक बीत चुके थे. मां उन्हें छोड़कर दुनिया से जा चुकी थीं. तभी एक दिन घर में कुछ पुरानी यादों को तलाशते उन्हें अपनी मां की अल्मारी से वही पत्र मिला जो उनकी स्कूल टीचर ने दिया था, वो पत्र पढ़कर एडिसन अपने आंसू नहीं रोक सके. क्योंकि उस पत्र में लिखा था कि आपका बच्चा बौद्धिक तौर पर काफी कमजोर है इसलिए उसे अब स्कूल न भेजें. इसे एडिसन ने अपनी डायरी में लिखा कि एक महान मां ने बौद्धिक तौर पर काफी कमजोर है इसलिए उसे अब स्कूल न भेजें. इसे एडिसन ने अपनी डायरी में लिखा कि एक महान मां ने बौद्धिक तौर पर काफी कमजोर बच्चे को सदी का महान वैज्ञानिक बना दिया।
माइकल जॉर्डन (बास्केटबॉल खिलाड़ी)
Michael Jordan Real Life Inspirational Stories In Hindi
माइकल जॉर्डन को कौन नहीं जानता, अधिकांश लोगों को विश्वास नहीं होगा कि वह व्यक्ति जिसे सर्वश्रेष्ठ बास्केटबॉल खिलाड़ी माना जाता है, उसके कभी हाई स्कूल बास्केटबॉल टीम से निकाल दिया गया था।
लेकिन कहते हैं न जब कुछ करने की चाह आपके अंदर आग लगा देती है तब व्यक्ति कुछ कर दीखाने के लिए उत्साहित रहता है। बस इसी उत्साह के चलते उन्होंने यह मुकाम प्राप्त किया। उनका कहना है, “मैं अपने जीवन में बार-बार असफल हुआ हूं। और इसलिए मैं सफल हुआ।”
कर्नल सैंडर्स- केंटकी फ्राइड चिकन (केएफसी) के निर्माता
Colonel Sanders Real Life Inspirational Stories In Hindi
कर्नल सैंडर्स को नाम से शायद आप न जानते हों लेकिन आप उनके चेहरे से उन्हें जरूर पहचानते होंगे। आपने अक्सर टीवी पर KFC का ऐड जरूर देखा होगा, KFC की पहचान उन्ही के फेस से है। यह कहने के मुझे कोई हर्ज़ नहीं होगा की वो दुनिया के सबसे अधिक पहचाने जाने वाले व्यावसायिक प्रतीकों में से एक है।
कर्नल सैंडर्स की कहानी बिलकुल अलग है। वो एक सेवानिवृत्त व्यक्ति थे। जो चिकन बहुत अच्छा बनाते थे। उनके दोस्त, रिश्तेदार अक्सर उनसे चिकन बनाने का आग्रह करते थे। कुल मिलाकर उनके पास तला हुआ चिकन नुस्खा के अलावा कुछ भी नहीं था।
शुरू से ही उनका सपना एक रेस्तरां खोलने का था। पर तमाम कोशिशों में बाद भी उनका सपना टूटने की कगार पर था। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, और घर जा जा कर अपने फ्राइड चिकन रेसिपी का प्रमोशन किया। उन्होंने कई लोगों से उनकी इस रेसिपी के लिए फाइनेंस करने का आग्रह किया पर तमाम कोशिश के बाद 1009 बार खारिज कर दिया गया। लेकिन अंत में उनकी कोशिश रंग लाई और मिलियन डॉलर के साम्राज्य ‘केएफसी’ की शुरुआत हुई।
दोस्तों, केवल एक ऐसी चीज जिसने उन्हें दूसरे व्यक्ति से अलग बनाया, वह थी उनका दृढ़ संकल्प का अविश्वसनीय स्तर।
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धीरूभाई अंबानी (बिजनेसमैन)
Dhirubhai Ambani Real Life Inspirational Stories In Hindi
सबसे सफल उद्यमियों में से एक धीरूभाई अंबानी ने अपनी यात्रा 16 साल की उम्र से शुरू की, वो काम की तलाश में अदन (यमन) चले गए, जहां उन्होंने एक गैस-स्टेशन परिचारक के रूप में और एक तेल कंपनी में क्लर्क के रूप में काम किया।
वहां से लौटने के बाद अपनी दृण इच्छा शक्ति और व्यापारिक समझ के चलते एक कपड़ा व्यापार कंपनी की स्थापना की। कहते है जब भी कुछ नया करते हैं तो डाउन फॉल तो आते ही हैं, उनकी ज़िन्दगी में भी कई असफलताएं आई लेकिन एक मोड़ ऐसा भी आया जिसने उसके लिए सब कुछ बदल दिया। 1976-77 तक, रिलायंस का सालाना कारोबार 70 करोड़ रुपये का था। यह सिर्फ शुरुआत थी। इसके तुरंत बाद, रिलायंस फोर्ब्स 500 की सूची में शामिल होने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई। उन्हें 2000 में द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा “सदी में धन का सबसे बड़ा निर्माता” के रूप में भी वोट दिया गया था।
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