अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य Ashok Chakra Interesting Facts In Hindi

Ashok Chakra

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) में सफेद पृष्ठभूमि पर एक गहरे नीले रंग में चित्रित किया गया चिन्ह अशोक चक्र Ashok Chakra कहलाता है। अशोक चक्र में चौबीस तीलियाँ (स्पोक्स्) हैं जो मनुष्य के अविद्या से दुःख बारह और दुःख से निर्वाण बारह तीलियाँ की अवस्थाओं का प्रतीक है। आज हम अशोक चक्र के बारे में रोचक जानकारी (रोचक तथ्य) बताने वाले हैं। तो आइये जानते हैं अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य …

भारत के राष्ट्रीय ध्वज में प्रस्तुत अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य Ashok Chakra Interesting Facts In Hindi

Ashok Chakra Fact 1 : अशोक चक्र का अविष्कार महामानव गौतम बुद्ध ने किया था। जब उन्होंने बनारस के पास सारनाथ में अपने से पहले के 27 बुद्धों के बनाए धर्म में आवश्यक सुधार करके उसमें परिवर्तन किया तो उन्होंने उसका नाम ‘धम्म चक्र परिवर्तन’ रखा।

Ashok Chakra Fact 2 : भारत का प्रतीक चिन्ह ‘अशोक चक्र’ जिसे कर्तव्य का पहिया भी कहा जाता है। इसमें 24 तीलियाँ होती हैं जिनमे हर एक तीली का एक विशेष मतलब होता है। जिसके बारे में हम आगे आपको बताएंगे।

Ashok Chakra Fact 3 : अशोक चक्र को मानव ह्रदय बताया गया। मानव के शरीर में 24 पसलियां होती हैं। इसलिए चक्र में भी 24 तीलियाँ रखी गईं और इसे ही सम्राट अशोक महान ने भी अपने जीवन आदर्श के रूप में अपनाया।

Ashok Chakra Fact 4 : भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र को स्थान दिया गया है। इसके आलावा सम्राट अशोक के बहुत से शिलालेखों पर प्रायः एक चक्र बना हुआ है। इसे अशोक चक्र कहते हैं। यह चक्र धर्मचक्र का प्रतीक है। उदाहरण के लिए सारनाथ स्थित सिंह-चतुर्मुख एवं अशोक स्तम्भ पर अशोक चक्र विद्यमान है।

Ashok Chakra Fact 5 : यंग इंडिया नामक अपनी पत्रिका में लिखते हुए, महात्मा गांधी ने पहली बार 1921 में भारतीय ध्वज की आवश्यकता के बारे में बात की थी। उन्होंने केंद्र में चरखा के साथ एक ध्वज का प्रस्ताव रखा था।

Ashok Chakra Fact 6 : कांग्रेस के सत्र बेजवाड़ा (वर्तमान विजयवाड़ा) में किया गया यहाँ आंध्र प्रदेश के एक युवक पिंगली वैंकैया ने एक झंडा बनाया और गांधी जी को दिया। यह दो रंगों का बना था। लाल और हरा रंग जो दो प्रमुख समुदायों अर्थात हिन्दू और मुस्लिम का प्रतिनिधित्वं करता है।

Ashok Chakra Fact 7 : गांधी जी ने सुझाव दिया कि भारत के शेष समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए इसमें एक सफेद पट्टी और राष्ट्र की प्रगति का संकेत देने के लिए एक चलता हुआ चरखा होना चाहिए।

Ashok Chakra Fact 8 : 1931 की बैठक में ध्वज कुछ परिवर्तनों से गुजरा और यह कांग्रेस का आधिकारिक झंडा बन गया।

Ashok Chakra Fact 9 : आजादी से एक महीने पहले, स्वतंत्र भारत के लिए एक ध्वज का चयन करने के लिए बनाई गई समिति ने सिफारिश की थी कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ध्वज को उपयुक्त संशोधनों के साथ भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया जाए। और इसलिए, कांग्रेस के झंडे के चरखे को चक्र से बदल दिया गया।

Ashok Chakra Fact 10 : 22 जुलाई 1947 के दिन संविधान सभा ने तिरंगे को, देश के झंडे के रूप में स्वीकार किया था और हमारे राष्ट्र ध्वज के निर्माताओं ने जब इसका अंतिम रूप फाइनल किया तो झंडे के बीच में चरखे को हटाकर इस अशोक चक्र को स्थापित किया गया जो कि भारत के संविधान निरमाता डॉ. बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने लगवाया।

Ashok Chakra Fact 11 : अशोक चक्र में चौबीस तीलियां हैं वे मनुष्य के अविद्या से दुरूख बारह तीलियां और दुरूख से निर्वाण बारह तीलियां की अवस्थाओं का प्रतिक है।

Ashok Chakra Fact 12 : अशोक चक्र, सम्राट अशोक के समय से शिल्प कलाओं के माध्यम से अंकित किया गया था।

Ashok Chakra Fact 13 : अशोक चक्र को धर्म चक्र भी कहा जाता है धर्म-चक्र का अर्थ भगवन बुद्ध ने अपने अनेक प्रवचनों में अविद्या से दूरूख तक बारह अवस्थाये और दूरूख से निर्वाण की बारह अवस्थाएं बताई है।

Ashok Chakra Fact 14 : चक्र पर 24 तीली जीवन के एक सिद्धांत और दिन में चौबीस घंटे का प्रतीक है, इसीलिए इसे ‘समय का पहिया’ भी कहा जाता है। हर एक तीली का एक विशेष मतलब होता है :- 

  • पहली तीली – संयम रखना, शुद्धता
  • दूसरी तीली – आरोग्य जीवन जीना,
  • तीसरी तीली – शांति बनाये रखना
  • चौथी तीली – त्याग की भावना
  • पांचवीं तीली – शील
  • छठवीं तीली – सेवा भाव
  • सातवीं तीली – क्षमा भावना
  • आठवीं तीली – देश एवं समाज के प्रति प्रेम की भावना
  • नौवीं तीली – समाज में मैत्री की भावना
  • दसवीं तीली – बन्धुत्व
  • ग्यारहवीं तीली – संगठन (एकता)
  • बारहवीं तीली – कल्याणकारी कार्य करना
  • तेरहवीं तीली – देश एवं समाज की समृद्धि में योगदान देना
  • चौदहवीं तीली – देश की औद्योगिक प्रगति में सहायता करना
  • पंद्रहवीं तीली – देश की सुरक्षा के लिए सदैव तैयार रहना
  • सौलहवीं तीली – नियम पर चलना
  • सत्रहवीं तीली – समता (समता मूलक समाज की स्थापना करना)
  • अठारहवी तीली – अर्थ (धन का सदुपयोग करना)
  • उन्नीसवीं तीली – नीति (देश की नीति के प्रति निष्ठा रखना)
  • बीसवीं तीली – न्याय (सभी के लिए न्याय प्रिये होना)
  • इक्कीसवीं तीली – सहकार्य (मिलजुल कार्य करना)
  • बाईसवीं तीली – कर्तव्य (अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना)
  • तेईसवी तीली – अधिकार (अधिकारों का दुरूपयोग न करना)
  • चौबीसवीं तीली – बुद्धिमत्ता (देश की समृधि के लिए स्वयं का बौद्धिक विकास करना)

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One Reply to “अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य Ashok Chakra Interesting Facts In Hindi”

  1. आपके इस आर्टिकल के पहले मुझे यह पता ही नही चल सका था की अशोक चक्र की 24 तिल्लियों का यह मतलब होता है। Thanks brother for this type of Valueable information.

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