जादू की पेटी का राज ! Interesting Knowledgeable Hindi Story

Interesting Knowledgeable Hindi Story

दोस्तों ज्ञानवर्धक कहानियों की श्रृंखला में हम लेकर आये हैं बहुत ही मज़ेदार कहानी जिसमे एक भिखारी की सूझभूज ने राजा को बहुत प्रभावित किया। ऐसी कौन से पेटी थी जिसमे जादू था ? आइये जानते हैं बच्चों के ज्ञानवर्धक कहानी ‘ Interesting Knowledgeable Hindi Story जो बड़ों को भी उतनी ही पसंद आएगी।

Contents

जादू की पेटी का राज !

Interesting Knowledgeable Hindi Story

चितोड़गड राज्य में एक राजा राज्य करता था।

एक दिन वह अपने वजीर के साथ घूमने निकला।

रास्ते में राजा ने मन्त्री से पूछा कि सब से बढकर काम की चीज क्या है?

मन्त्री ने जवाब दिया कि धन ही सब से अधिक काम की चीज़ है महाराज।

राजा और मन्त्री के पीछे पीछे एक भिखारी भी जा रहा रहा था।

वह मन्त्री का जवाब सुनते ही बोल उठा कि ‘अगर पास हो तो’।

राजा ने फिर मन्त्री से पूछा कि मनुष्य की रक्षा करने वाली वस्तु क्या है?

मन्त्री ने कहा कि खाना ही मनुष्य की रक्षा करनेवाला है।

भिखारी ने तुरन्त कहा- उस के साथ यह भी जोड़ दो कि ‘अगर हज़म हो जाय तो’।

यह भी पढ़ें ;  प्रेरक कहानी : पसीने की कमाई

राजा ने फिर मन्त्री से कई प्रश्न किये। मन्त्री ने अपनी समझ के अनुसार उन प्रश्नों का जवाब दिया।

लेकिन राजा को उस भिखारी की बात अच्छी लगी।

राजा ने उसे गौर से देखा। उस भिखारी का शरीर बड़ा कमजोर था।

भूखे रहने से उस की यह दुर्दशा हुई थी। उस के कपडे़ फटे-पुरने थे। राजा ने उस से पूछा तो मालूम हुआ कि वह पढ़ा लिखा है और जीविका के लिए कोइ उपाय न देखकर भीख माँग रहा है।

राजा को उस पर दया आयी और उसे अपने साथ महल में ले गया।

वहाँ पहुँच कर राजा ने उसे एक छोटी नौकरी दे दी।

वह गरीब बड़ा बुद्धिमान और ईमानदार था। जल्द ही वह सब का प्रेमपात्र बन गया।

यह भी पढ़ें ; जिंदगी का असली पाठ सिखाती तीन प्रेरणादायक हिंदी कहानी

राजा भी उस के काम से बड़ा खुश हुआ। उस की तरक्की हुई। उसे कई पदों पर राजा ने नियुक्त किया। वह अपनी ईमानदारी और बुद्धिमानी से सब से योग्य निकला।

राजा उस पर इतना प्रसन्न हुआ कि आखिर में उसे अपना मंत्री बना दिया।

एक भिखारी को इस प्रकार राज्य के मंत्री के स्थान पर नियुक्त करना दूसरे नौकरों को बहुत खटका।

वे उस मंत्री के कट्टर दुश्मन हो गये। वे उसे सताने और उस स्थान से हटाने की तरकीब सोचने लगे।

एक दिन उन में से कुछ लोगों ने राजा से कहा- ‘महाराज, आप अपने नये मंत्री पर बहुत विश्वास रखते हैं। वह ठीक नहीं है। वे बड़े बेईमान हैं। वे अपने जादू से आप के मन्त्री बने हैं। अपने जादू के प्रभाव से ही उन्होने आप को वश में रखा है।

राजा बोला – ‘तुम लोगों की बात मेरी समझ में नहीं आती। वे तो बड़े बुद्धिमान और ईमानदार हैं। मैने खुश होकर उन्हे यह ओहदा दिया है।

लोग बोले – महाराज, उन के जादू का प्रभाव है कि आप उन पर खुश हो गये हैं। वे बहुत बड़े धोखेबाज हैं।

राजा – इस का क्या प्रमाण है?

यह भी पढ़ें ; तीन कहानियाँ जो आपकी सोच बदल देगी!

Interesting Knowledgeable Hindi Story

लोग – उन के घर में एक यन्त्र है। वह एक चाँदी की पेटी में बन्द हैं। रोज वे काम पर जाने के पहले वह पेटी खोलकर उस यंत्र की पूजा करते है। उस यंत्र के जादू से ही वे भिखारी से मंत्री बने हैं।

राजा को पहले उन लोगों की बातों पर विश्वास नहीं आया। सोचा कि ये लोग उनसे
जलते हैं। इसलिए उन की शिकायत कर रहे हैं। लेकिन रोज़ रोज़ एक न एक कर्मचारी नये मंत्री की शिकायत करता और उन के जादू के बारे में बताता।

आखिर राजा को इसका रहस्य जानने की इच्छा हुई।

एक दिन राजा खुद मंत्री के घर में पहुँचा।

राजा को अचानक अपने घर में देखकर मंत्री घबडा गया। उस ने राजा से वहाँ पधारने का कारण पूछा।

राजा ने कहा कि अभी तुम्हें मेरे साथ चलना होगा। मुझे कुछ जरूरी काम है। तुमसे सलाह लेनी है।

मैं अभी आया कहकर मंत्री घर के अन्दर जाने लगा।

राजा-अन्दर क्यों जा रहे हो? पोशाक बदलने की जरूरत नहीं। यही पोशाक काफी है। मेरे साथ अभी निकलो। जरूरी काम है।

मंत्री-महाराज, मुझे अन्दर जाना ही चाहिये। पलभर में वापस आऊँगा।

राजा को सन्देह हो गया। सोचा-उन लोगो का कहना ठीक ही है। अन्दर जाकर यह
उस यंत्र की पूजा करने जा रहा है। यह सोचकर राजा ने कहा-‘अन्दर जाने की इतनी जरूरत क्यों है? मैं भी तुम्हारे साथ अन्दर आऊँगा।

मंत्री बोला ; ‘महाराज, आप अन्दर न आएं ‘। आप को अन्दर आने की क्या जरूरत है? आप यही बैठे रहें। मुझे जाना ही पड़ता है। मेरा सब कुछ अन्दर है।

राजा का सन्देह और भी बढा। उसका विश्वास पक्का होने लगा कि मन्त्री यन्त्र की पूजा करने जा रहा है।

आखिर राजा ने मन्त्री से कहा कि ‘मैं भी जरूर तुम्हारे साथ अन्दर आना चाहता हूँ।

मन्त्री बोला – यदि आप हठ करतें हैं तो अन्दर आ सकते हैं। मुझे कोई हर्ज नहीं। आइये।

यह कहते हुए मन्त्री अन्दर चला गया। राजा भी पीछे पीछे चला।

यह भी पढ़ें ; आपने क्या देखा ? 

अन्दर जाने पर राजा ने देखा कि वहाँ एक छोटी पेटी रखी हुई है। मन्त्री यही पेटी खोलकर बड़ी भक्ति के साथ उस के सामने हाथ जोडे खड़ा हो गया

राजा ने पेटी में देखा तो कुछ फटे पुराने कपड़े नजर आये।

राजा ने पूछा-उस चीथडे मे क्या है? मुझे भी बताओ, उस मे क्या जादू है।

मन्त्री बोला – महाराज आप से यह बात कहने में मुझे शरम महसूस होती है।

उसमें कोई जादू नहीं है। मेरे पुराने कपड़ों के सिवा और कुछ नहीं है।

आप को याद है, आपने मुझे पहले पहल भिखारी के भेष में देखा था। उस समय के अपने पुरने कपडे मैंने इस में सुरक्षित रखे है।

काम पर जाने के पहले मैं रोज उन कपडों को देखता हूँ और अपनी पहली दशा का स्मरण करता हूँ।

ये चीथडे मेरा सब कुछ हैं मेरा ईश्वर भी यही है। इस चीथडे को देखकर मैं यह समझ लेता हूँ कि एक भिखारी थाऔर मुझ में कोई फरक नहीं है यही विचार मुझे ठीक रास्ते
पर चलाता और मुझ से गरीबों की सेवा कराता है।

राजा की शंका दूर हो गयी। वह अपने नये मन्त्री का पहले से भी अधिक आदर करने लगा।

उस ने मन्त्री की झूठी शिकायत करने वाले कर्मचारियों का कड़ी सजा दी। अपने नये मन्त्री की सलाह से राजा ठीक तरह से अपने राज्य का शासन करने लगा। प्रजा
अमन-चैन से रहने लगी।

यह भी पढ़ें ; ज्ञानवर्धक बाल लघु कहानियाँ 

दोस्तों आपको उम्मीद करता हूँ आपको यह कहानी ‘जादू की पेटी का राज ! Interesting Knowledgeable Hindi Story’ अच्छी लगी होगी। कृपया कमेंट के माध्यम से अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। कृपया Share करें .

यदि आप इस ब्लॉग पर हिंदी में अपना कोई आर्टिकल या जो भी जानकारी देना चाहते है तो कृपया अपनी एक फोटो के साथ E-mail करें. Id है – ‘[email protected]’ पसंद आने पर आपके नाम और आपकी फोटो के साथ प्रकाशित की जाएगी। धन्यवाद

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *