जानिए ! होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है .. Holi Kyon Manai Jati Hai ? Why is Holi Celebrated ?

Why is Holi Celebrated

Holi Kyon Manai Jati Hai – हिंदुओं का पवित्र त्यौहार होली जो प्रतिवर्ष बड़े ही धूम धूम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। आज के इस पोस्ट में आप जानेंगे…..होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है। Why is Holi Celebrated, होली का त्यौहार मनाने के पीछे एक पौराणिक कहानी A mythological story behind celebrating Holi festival, होलिका दहन की कहानी Story of Holika Dahan – Holika Dahan Ki Kahani In Hindi 

रंगों का त्योहार होली 3 दिवसीय भारत का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को प्रथम दिन होलिका दहन करने की परंपरा हैं जिसमे  बुराई पर अच्छाई की जीत को याद करते हुए होलिका दहन किया जाता है। दूसरा रंगारंग दिन होली खेलने का होता है। तीसरा दिन दूज का होता है। इस दिन को भाई दूज, भ्रात्रि द्वितीया तथा दूजी भी जाना जाता है।होली से जुड़ी अनेक कथाएं इतिहास-पुराण में पाई जाती हैं जिसमे से एक बहुत ही प्रचिलित पौराणिक कथा के अनुसार होली का त्योहार, भक्त प्रहलाद हिरण्यकश्यप और होलिका दहन की कहानी से जुड़ा है। तो होली का होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है, इस पौराणिक कथा को पढ़ने के बाद आपको ज्ञात हो जायेगा।

Contents

जानिए ! होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है .. Why is Holi Celebrated 

होली का नाम आते ही रंग बिरंगा माहौल सामने आ जाता है। होली का त्यौहार प्रतिवर्ष बसंत ऋतु में फागुन यानि मार्च के महीने में आता है। होली के उल्लास और मानाने के तरीकों से तो आप परचित हैं। अब आते हैं इस सवाल पर की आखिर होली क्यों मनाई जाती हैं।

भक्त प्रहलाद हिरण्यकश्यप और होलिका दहन की कहानी

जैसा ही हमने ऊपर बताया है की होली का त्योहार, भक्त प्रहलाद हिरण्यकश्यप और होलिका दहन की कहानी से जुड़ा है। तो आइये इस कहानी को संक्षिप्त में जानते हैं।

Holika Dahan Ki Kahani In Hindi

होली का त्यौहार मनाने के पीछे एक पौराणिक कहानी A mythological story behind celebrating Holi festival

हिरण्यकश्यप प्राचीन भारत का एक असुर (राक्षस) राजा था। वह अपने आगे किसी देवता – भगवान को नहीं मानता था। वो बहतु ही नास्तिक और क्रूर राजा था। भगवान विष्णु ने उसके छोटे भाई का वध किया था इसलिए वह भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानता था और उनसे बदला लेना चाहता था।

अपने आपको शक्ति शाली बनाने के लिए उसने कई वर्षों तक कड़ी तपस्या की और आखिककार उसे शक्तिशाली होने का वरदान प्राप्त हो गया। अब उसे न तो कोई मनुष्य मार सकता था, न भगवान और न ही कोई जानवर उसे मार सकता था। इससे हिरण्यकश्यप खुद को भगवान समझने लगा और लोगों से खुद की भगवान की तरह पूजा करने को कहने लगा।

हिरण्यकश्यप एक बेटा था जिसका नाम था प्रहलाद। एक और जहाँ उसका पिता हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानने वाला था वही दूसरी और प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। जब यह बात उसके पिता को मालूम हुई तो उसने सिर्फ उसकी पूजा करने को कहा पर प्रहलाद न माना और भगवान विष्णु की उपासना में डूबा रहा। बेटे द्वारा अपनी पूजा ना करने से नाराज उस राजा ने अपने बेटे को मारने का निर्णय किया।

होलिका दहन की कहानी Story of Holika Dahan

हिरण्यकश्यप ने कई तरीकों से प्रहलाद को मरने की कोशिश की पर जब सारी कोशिशों के बाद भी हिरण्यकश्यप प्रहलाद को विष्णु की भक्ति करने से रोक और उसे बदल नहीं पाए तो उसे मारने के लिए अपनी बहन होलिका से कहा कि वो प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए। क्योंकि होलिका को वरदान था कि वो आग में जल नहीं सकती थी। उनकी योजना प्रहलाद को जलाने की थी, लेकिन उनकी योजना सफल नहीं हो सकी क्योंकि प्रहलाद सारा समय भगवान विष्णु का नाम लेता रहा और बच गया पर होलिका जलकर राख हो गई।

हिरण्यकश्यप को न कोई देवता न मनुष्य और न कोई जानवर मर सकते थे इसलिए इसके बात भगवान विष्णु नरसिंह अवतार में आये जिसमे आधा मनुष्य तथा आधा शेर का रूप था और उन्होंने हिरण्यकश्यप का वध कर दिया। इस प्रकार होली का त्यौहार होलिका की हार और बुराई के नष्ट होने की उत्सव के रूप में होलिका दहन की जाती है और अगले दिन रंग खेल पर होली मनाई जाती है।

यह भी पढ़ें ;

हैप्पी होली ! होली संदेश-स्टेटस-शायरी हिंदी में

होली शायरी | होली पर रंग बिरंगी मस्त शायरी

यह लेख जानिए ! होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है .. Why is Holi Celebrated आपको कैसा लगा. अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। शेयर करें, जुड़े रहने की लिए E-mail Subscribe करें . धन्यवाद

यदि इसके आलावा आप कोई और जानकारी देना चाहते हैं तो कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएं जिससे हम सभी लाभ ले सकें।

यदि आप इस ब्लॉग पर हिंदी में अपना कोई आर्टिकल या जो भी जानकारी देना चाहते है तो कृपया अपनी एक फोटो के साथ E-mail करें. Id है – ‘[email protected]’ पसंद आने पर आपके नाम और आपकी फोटो के साथ प्रकाशित की जाएगी। धन्यवाद

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

One Reply to “जानिए ! होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है .. Holi Kyon Manai Jati Hai ? Why is Holi Celebrated ?”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *