यह हिंदी कहानी (Inspirational Hindi Story) अंग्रेजी कहानी (English Story) “Beauty and the Beast” से ली गई है। इस कहानी में यह सीख है की कभी भी किसी की सूरत देखकर उसकी सीरत का अंदाज़ा नहीं लगाना चाहिए। आइये जानते हैं इस सुन्दर सी कहानी के माध्यम से –
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सुंदरी और दानव के सच्चे प्रेम की कहानी ! Beauty and the Beast Story In Hindi
एक बार की बात है, एक व्यापारी था, जिसकी तीन बेटियां थीं। व्यापारी अपनी तीनों बेटियों से बहुत प्यार करता था।एक दिन व्यापार के किसी काम से उसे दूसरे देश जाना था, जाने से पहले, व्यापारी ने अपनी तीन बेटियों को अपने पास बुलाया और पूछा, मेरी प्यारी बच्चियों, मैं तुम तीनों के लिए विदेश से क्या लेकर लाऊं ?
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पहली बेटी ने सुंदर से कपड़े मंगवाए मंगवाए और दूसरी बेटी ने गहने मंगवाए। व्यापारी की तीसरी बेटी, जिसका नाम सुंदरी था, ने अपने पिता से गुलाब का फूल लाने को कहा।व्यापारी ने अपनी तीन बेटियों से वादा किया कि वो उनके लिए उपहार लाएगा और अपनी यात्रा पर निकल गया।
काम खत्म करने के बाद जब व्यापारी अपने घर की ओर चल पड़ा तो वह आंधी में फंस गया और रास्ता भटक गया। काफी कोशिशों के बाद भी उसे घर का रास्ता नहीं मिला, तब तक अंधेरा हो चुका था। तभी अचानक उसकी नजर एक दूर के महल से आ रही रोशनी पर पड़ी।
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व्यापारी ने सोचा कि शायद उसे महल में रात बिताने के लिए जगह मिल जाएगी, इसलिए वह उस तरफ चल पड़ा। जब व्यापारी महल में पहुँचा तो महल में कोई नहीं था। उसने हर जगह देखा लेकिन महल में कोई नहीं मिला।
हैरानी की बात यह थी कि खाने की मेज पर कई स्वादिष्ट व्यंजन थे, लेकिन उन्हें खाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा था। खाना देखकर व्यापारी की भूख बढ़ गई, इसलिए उसने भर पेट खा लिया और एक कमरे में मुलायम गद्दों पर सो गया।
सुबह जब व्यापारी ने महल के बगीचे में सुंदर गुलाबों को खिलते हुए देखा, तो उसे वह वादा याद आया जो उसने सुंदरी से किया था।
उसने एक फूल तोड़ा और घर की ओर जाने लगा जब वहाँ एक भयानक प्राणी दिखाई दिया और कहा, “मैं तुम्हें अपना खाना खाने देता हूँ, अपने नरम गद्दे पर सोने देता हूँ और तुम मेरे ही बगीचे से गुलाब तोड़ रहे हो। तुम्हें इसकी सजा भुगतनी होगी। ।”
Hindi Inspirational Story ; Beauty and the Beast
वो व्यापारी बहुत डर गया और कांपते हुए बोला, “मुझे माफ कर दो ! मुझे माफ कर दो !! मुझे मत मारो। मैंने यह गुलाब अपने लिए नहीं तोड़ा, मैंने अपनी बेटी के लिए इसे तोड़ा। मैंने अपनी बेटी से वादा किया था कि मैं एक गुलाब का फूल लाऊंगा।
यह सुनकर दानव ने व्यापारी से कहा कि वह उसे एक शर्त पर छोड़ देगा, उसे अपनी बेटी को उसके महल में भेजना होगा। बेटी को भिजवाने का वादा कर डरा कारोबारी वहां से चला गया।
अपने घर पहुंचकर व्यापारी पिता ने अपनी तीनों बेटियों को सारी बात बताई और ब्यूटी से माफी मांगते हुए कहा, “सुंदरी मुझे माफ कर दो ! उस समय मुझे अपनी जान बचाने के लिए कुछ भी समझ नहीं आया और मैंने दानव से यह वादा किया। अपने स्वार्थी पिता को माफ कर दो बेटी!”
सुंदरी ने अपने पिता को गले लगाते हुए उन्हें दिलासा दिया, “चिंता मत करो पापा, मैं आपका वादा जरूर निभाऊंगी।”
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जब सुंदरी उस दानव के महल पहुंची तो वह बहुत घबराई हुई थी, वो उस दानव का भयानक चेहरा देखकर वह बहुत डर गई थी। लेकिन दानव ने खुले दिल से उसका स्वागत किया।
दानव ने उसे रहने के लिए अपने महल में सबसे सुन्दर कमरा दिया, अब सुंदरी को उस दानव से डर नहीं लग रहा था।
जब सुंदरी कढ़ाई करती तो दानव उसके पास घंटों बैठता और उसे देखता रहता । धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और अच्छे दोस्त बन गए।
अब दोनों दिन भर आपस में बातें करते और खुश रहते। दानव सुंदरी को बहुत पसंद करने लगा और उससे शादी करना चाहता था, लेकिन उसे डर था कि सुंदरी कभी भी दानव से शादी नहीं करना चाहेगी।
बड़ी हिम्मत के साथ एक दिन उसने सुंदरी से अपने दिल की बात कहने का फैसला किया। जब वह सुंदरी के पास पहुंचा तो उसने देखा कि सुंदरी अपने पिता को याद करके बहुत दुखी हो रही है।
यह देख दानव ने सुंदरी को एक जादू का आईना दिया ताकि वह अपने पिता को देख सकें। सुंदरी तो बहुत खुश हुई, लेकिन जब उसने अपने पिता को देखा तो वह बहुत बीमार था। यह देखकर सुंदरी ने दानव से कहा की वो अपने पिता से मिलना चाहती है। दानव ने उसे अपने पिता से मिलने की अनुमति दी और उसे सात दिनों में वापस आने के लिए कहा।
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सुंदरी ने समय पर आने का वादा किया और अपने घर आ गई। सुंदरी को सामने देखकर पिता बहुत खुश हो गया और जैसे ही उसे पता चला कि दानव दिखने में क्रूर है लेकिन वह दिल से बहुत दयालु है, तो व्यापारी का दर्द कुछ कम हुआ। घरवालों से मिलने की खुशी में कब सात दिन बीत गए, सुंदरी को पता ही नहीं चला।
एक दिन सुंदरी ने सपना देखा कि दानव की हालत बहुत खराब है और वह जल्द ही मरने वाला है। अगली सुबह ही वो दानव के महल की और चल दी। पहुंचकर उसने देखा की दानव बगीचे में बेहोश पड़ा हुआ है जैसे कि वह मर गया हो।
सुंदरी उसे देखते ही रोने लगी, “मुझे मत छोड़ो, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं और तुमसे शादी करना चाहती हूं। मैं अपना बाकी का जीवन तुम्हारे साथ बिताना चाहती हूं।”
जैसे ही सुंदरी ने ये शब्द कहे, एक प्रकाश ने दानव को ढक लिया, और जब प्रकाश गायब हो गया, तो भयानक और क्रूर दिखने वाला दानव एक सुंदर राजकुमार में बदल गया।
यह देख सुंदरी चौक गई। तब उस राजकुमार ने बताया कि एक दुष्ट जादूगरनी ने उसे राक्षस बना दिया था और वह जादू सच्चे प्रेम से ही तोड़ा जा सकता है।
लंबे समय से राजकुमार एक ऐसी लड़की की तलाश में था जो उसे सूरत से नहीं बल्कि सीरत से प्यार करे। जिसे उसकी शक्ल नहीं बल्कि उसके गुण पसंद हों।
अंत में राजकुमार को अपना सच्चा प्यार मिल गया और वह बहुत खुश हुआ। जल्द ही सुंदरी और राजकुमार की शादी हो गई और वे गुलाब की तरह अपनी खूबसूरत दुनिया में खुशी-खुशी रहने लगे।
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