मुनिश्री तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचन | Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi

Tarun Sagar Ji

Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi – जैन मुनि और राष्ट्र संत तरुण सागर जी महाराज द्वारा कहे गये अनमोल वचन सुनने में भले ही कड़वे लगते हैं लेकिन उनके द्वारा दी गई सीख हम सभी के लिए एक दिव्य ज्ञान के सामान होती है। जी प्रकार एक कड़वी ओषधि शरीर में विकारों का इलाज करती है उसी प्रकार मुनिश्री तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचन हम सभी के नकारत्मक विचारों का इलाज करते हैं। उनका कहना था – यदि दीवार में कील लगानी हो तो तकिये से ठोकर मारने से काम नहीं चलने वाला,   इसके लिए तो हथोड़े से वार करना होगा। वो कहते हैं – कड़वाहट मेरे प्रवचनों में नहीं बल्कि लोगों के आपसी रिश्तों में घुल गई है इसलिए मेरे प्रवचन लोगों को कड़वे लगते हैं। उनके द्वारा दिए गए अनमोल वचन व्यक्ति को अंधकार से जगाकर जीवन की सच्चाई के उजाले में ले जाते हैं। आइयें जानते हैं मुनिश्री तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचनों को –

मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज के कड़वे अनमोल वचन | Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi

1 – जीवन में परिवर्तन कब आएगा ? जीवन में परिवर्तन तब आयेगा जब आप बदलेंगे। सामने वाला नहीं बदलने वाला। आपको बदलना होगा। आपकी पत्नी नहीं बदलेगी आपको बदलना होगा। आपका पति नहीं बदलेगा आपको बदलना होगा। आपके पडोसी नहीं बदलेंगे आपको बदलना होगा। जो प्रकृति ने दिया वो दे दिया। हम अपने चेहरे का रंग तो नहीं बदल सकते पर अपने जीने का ढंग तो बदल सकते हैं।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

2 – अपने को बदलो, अपने मन को बदलो, अपने विचारों को बदलो, अपने नज़रिये को बदलो, अपने दृश्टिकोण को बदलो। जब नज़रे बदलती हैं तो नज़ारे बदल जाते हैं।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

3 – अपनी जुवां पर काबू रखिये। घर परिवार में अधिकतर झगड़े इस जीभ के कारण हीं होते हैं। चुप रहना भी जरूरी है। चुप रहने की आदत डालें। पूरे दिन में एक घंटा मोन रहिये। एक घंटा नहीं रख सकते तो कम से कम आधे घंटे का मोन रखिये। नहीं रख सकते तो 15 मिनट का मोन रखिए। नहीं रख सकते तो कम से कम भोजन तो मोन रह कर करिये।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

4 – जीवन में माता, महात्मा और परमात्मा से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं। जीवन में तीन आशीर्वाद जरुरी हैं – बचपन में माँ का, जवानी में महात्मा का और बुढ़ापे में परमात्मा का। माँ बचपन को संभाल देती हैं, महात्मा जवानी सुधार देता हैं और बुढ़ापे को परमात्मा संभाल लेता हैं।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

5 – इस देश को विवेकानंद जैसे हिन्दू और अब्दुल कलाम जैसे मुसलमान मिल जायें तो दुनिया की कोई ताकत हमारे देश की तरफ आँख उठा कर भी नहीं देख सकती।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

6 – आदमी की औकात एक मुट्ठी राख से ज्यादा नहीं है पर अपने को चक्रवर्ती का बाप समझता है – एक माचिस की चिल्ली, एक लोटा घी, लकड़ियों के ढेर पर कुछ घंटे में बस राख बस इतनी सी है आदमी की औकात।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

7 – हर हाल में मुस्कुराने की आदत डाल तो तो जीवन सत्यम, शिवम्, सुंदरम का परियाये बन जायेगा – औरों की मदत करें बिना फायदे दे। मिलना जुलना सीखिए बिना मतलब के, जीवन जीना सीखिए बिना दिखावे के और मुस्कुराना सीखिए बिना सेल्फी के।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

8 – अगर कोई हँसता हुआ जानवर दिख जाये तो समझ लेना वो इंसांन होने वाला है और कोई इंसान हंसी की बात पर भी न हँसे तो समझ लेना वह वो बनने वाला है।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

9 – मनुष्य भाषा, मजहब, जाति, धर्म, क्षेत्र के नाम पर मनुष्य को बांटता आ रहा है। मनुष्य को मनुष्य से बांटता आ रहा है।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

10 – मोबाइल के बड़ी माया है। सब ख़त्म कर दिया। घडी, टार्च, कैलेंडर, कैमरा, चिठ्ठी पत्री, जिंदगी का सुकून सब ख़त्म और बीबी के हाँथ लग गया तो आप भी ख़त्म।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

11 – माँ बच्चे के पेट पर देखती है की पेट भरा है या नहीं और पत्नी हमेशा पति की जेब देखती है।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

12 – भले ही लड़ लेना, झगड़ जाना, पिट जाना या पीट देना पर कभी भी बोलचाल बंद मत करना क्योंकि बोलचाल बंद करने से सुलह के सारे दरवाज़े बंद हो जाते हैं।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

13 – जिस दिन हमारे देश की नीति के साथ नियत अच्छी हो जायगी, अच्छे दिन आ जायेंगे। और नीति के साथ नियत अच्छी नहीं होगी तो भगवान भी कुछ नहीं कर सकते।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

14 – अपना तन-मन अपने परिवार को देना चल जायेगा। अपना धन सगे सम्बन्धियों को देना चल जायेगा। लेकिन अपना दिल ईश्वर के सिवाए किसी को मत देना।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

15 – रेस में जितने वाले घोड़े को तो पता भी नहीं होता की जीतना वास्तव में क्या हैं, वो तो अपने मालिक के द्वारा दी गयी तकलीफ की वजह से दौड़ता हैं। तो जब भी जीवन में आपको तकलीफ हो और कोई मार्ग न दिखाई दे तब समझ लेना की मालिक आपको जिताना चाहता हैं।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

16 – जिस पर माया का जादू चल गया वो संसारी हो गया और जिस पर प्रभु का जादू चल गया वो संत हो गया।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

17 – सच्ची नींद और सच्चा स्वाद चाहियें तो पसीना बहाना मत भूलिए। बिना पसीने की कमाई पाप की कमाई है।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

18 – गुलाब काटों में भी खिलता हैं मुस्कुराता हैं। तुम भी प्रतिकूलता में मुस्कुराओ, तो लोग तुमसे गुलाब की तरह प्रेम करेंगे। याद रखना जिन्दा आदमी ही मुस्कुराएगा, मुर्दा कभी नहीं मुस्कुराता और कुत्ता चाहे तो भी मुस्कुरा नहीं सकता, हसना तो सिर्फ मनुष्य के भाग्य में ही हैं। इसलिए जीवन में सुख आये तो हस लेना, लेकिन दुख आये तो हसी में उड़ा देना।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

19 – चार बातों को कचरे के डिब्बे में डाल दो – (1) लोग क्या कहेंगे। (2) मुझसे नहीं होगा। (3) मेरा तो भाग्य ही ख़राब है और (4 ) अभी मेरा मूड नहीं है।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

20 – डॉक्टर और गुरु के सामने झूठ मत बोलिए क्योकि यह झूठ बहुत महंगा पड़ सकता हैं। गुरु के सामने झूठ बोलने से पाप का प्रायश्चित नहीं होंगा, डॉक्टर के सामने झूठ बोलने से रोग का निदान नहीं होंगा। डॉक्टर और गुरु के सामने एकदम सरल और तरल बनकर पेश हो। आप कितने भी होशियार क्यों न हो तो भी डॉक्टर और गुरु के सामने अपनी होशियारी मत दिखाईये, क्योकि यहाँ होशियारी बिलकुल काम नहीं आती।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

21 – कभी तुम्हारे माँ – बाप तुम्हें डाट दे तो बुरा नहीं मानना। बल्कि सोचना – गलती होने पर माँ – बाप नहीं डाटेंगे तो और कौन डाटेंगे, और इसी तरह कभी छोटों से गलती हो जाये और यह सोचकर उन्हें माफ़ कर देना की गलतिया छोटे नहीं करेंगे तो और कौन करेंगा।

– मुनिश्री तरुण सागर जी / Tarun Sagar Ji

यह भी पढ़ें –

जीवन को प्रभावित करते प्रेरणादायक सत्य वचन

शुभ विचार Subh Vichar जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें | अनमोल वचन संग्रह

महान विचार-101 अनमोल वचन हिंदी में | Anmol Vachan in Hindi

सुप्रभात सुविचार ~ Good Morning Whatsapp Messages In Hindi Subh Vichar

उम्मीद के बारे में 31 अंतर्दृष्टि कोट्स

शांति देते भगवान बुद्ध के अनमोल वचन

शिव खेड़ा के 51 सफलता दिलाने वाले अनमोल विचार

स्टीव जॉब्स के 56 इंस्पायरिंग कोट्स

शहीद भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार

प्यार और परोपकार पर मदर टेरेसा के अनमोल विचार

‘मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज के कड़वे अनमोल वचन | Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi’ ने आपको कितना इंस्पायर्ड किया , मोटिवेट किया कृपया कमेंट कर अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। शेयर करें, जुड़े रहने की लिए Subscribe करें . धन्यवाद

यदि आप ज़िन्दगी से जुड़ी किसी भी बात के बारे में, किसी भी प्रॉब्लम के बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो कृपया कमेंट करके बतायें मैं उस बारे में आर्टिकल जरूर लिखूंगा।

यदि आप इस ब्लॉग पर हिंदी में अपना कोई आर्टिकल या जो भी जानकारी देना चाहते है (Guest Post) तो कृपया अपनी पोस्ट E-mail करें. Id है – ‘[email protected]’ पसंद आने पर आपकी पोस्ट ZindagiWow.Com प्रकाशित की जाएगी। धन्यवाद

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

4 Replies to “मुनिश्री तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचन | Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi

  1. Mai kyun kisi bat ko Etna sochti hun jabki samne vala apman karke chla jata hai ..mai kyun kisi ko achche se javab nhi de pati kyun mai etni mentally strong nhi..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *