तीन प्रेरक लघु हिन्दी कहानियां! Short Hindi Stories with Moral

Short Hindi Stories

Short Hindi Stories with Moral – Hello  दोस्तों, यहाँ ऐसी तीन सबसे अच्छी प्रेरणादायक लघु हिन्दी कहानियां Short Hindi Stories दी जा रही हैं जो आपको Inspire करेंगी, Motivate  करेंगी और जीवन की महत्वपूर्ण बातें भी सिखाएंगी। तो आइये जानते हैं प्रेरणादायक तीन लघु हिन्दी कहानियां! 

Three Short Hindi Stories with Moral

अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें | Control Your Anger

(Short Hindi Stories with Moral)

एकलौता लड़का जो लाड़ प्यार में काफी ज़िद्दी हो गया था। उसे बात बात पर गुस्सा आ जाता था। उसके माता पिता इस बात को लेकर काफी चिंता में रहते थे। एक दिन उसके पिता ने अपने बेटे को कीलों से भरा एक थैला दिया और कहाँ बेटा जब भी तुम्हें गुस्सा आये तो बगीचे में बनी लकड़ी की बाड़ पर एक कील ठोक देना।

पहले दिन, लड़के ने उस बाड़ में 37 कीले ठोके।

अब जब भी लड़के को गुस्सा आता वो बाड़ में कील ठोकने चला जाता।

अगले कुछ हफ्तों में लड़का धीरे-धीरे अपने स्वभाव को नियंत्रित करने लगा और कीलों की संख्या जो कि बाड़ में लगानी थी, धीरे-धीरे कम होने लगी।

अब उस लड़के को महसूस होने लगा की बाड़ में किले ठोकने की तुलना में अपने गुस्से को नियंत्रित करना आसान था।

आखिर में वह दिन आ गया जब लड़के ने अपना आपा नहीं खोया। उसने अपने पिता को यह खबर सुनाई।

पिता ने अपने लड़के से कहा “अब तुम्हें हर दिन वो कीलें बाहर खींचनी चाहिए जो तुमने अपने गुस्से को नियंत्रण करने में लगाई थीं।

कुछ दिन बीत गए और आखिरकार लड़का अपने पिता को बताने में सक्षम हो गया कि सभी कीलें उसने निकाल दिए हैं। यह देखने के लिए पिता अपने बेटे को लेकर उस बाड़े तक आया।

पिता बोला, “मेरे बेटे तुमने अच्छा काम किया, लेकिन देखो बाड़े में तो छेद हो गए। अब बाड़ पहले जैसी नहीं रही। लड़के का आश्चर्यचकित चेहरा देख पिता ने उसे समझाया –

“देखो बेटा जब आप गुस्से में बातें कहते हैं, तो वे इस तरह से एक निशान छोड़ देते हैं। जब कोई किसी व्यक्ति को चाकू मरता हैं और इसे बाहर निकाल देता हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी बार कहते हैं कि मुझे खेद है, लेकिन घाव तो बना ही रहता है। इसी तरह तुमने गुस्से में कील को ठोका फिर बाद में उसे भले ही निकाल दिया यानि अपनी भूल स्वीकार कर ली, लेकिन निशान तो रह ही गया।

कहानी से शिक्षा (Moral of the story)

अपने गुस्से को  नियंत्रण में रखें, और गुस्से में लोगों से ऐसी बातें न कहें, जिनसे आपको बाद में पछतावा हो। याद रखें जीवन में कुछ चीजें आप वापस लेने में असमर्थ हैं। बाद में सिर्फ पछतावा रह जाता है।

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संगमरमर की सुन्दर मूर्ति | Beautiful statue of marble

(Short Hindi Stories with Moral)

किसी शहर में सुंदर संगमरमर टाइलों एक सुन्दर सा संग्रहालय बनाया गया। उस संग्रहालय के एक बड़े भाग में एक सुन्दर सी मार्बल की मूर्ति लगाई गई। दुनिया भर के कई लोग इस संग्रहालय को देखने आते और उस खूबसूरती से तैयार की गई मार्बल की मूर्ति की प्रशंसा करते।

एक रात उस संग्रहालय के संगमरमर के टाइल्स और संगमरमर की मूर्ति आपस में बात करने लगे।

संगमरमर की टाइल्स बोली, ” अरे प्रतिमा, क्या तुमको नहीं लगता कि यह ठीक नहीं है कि दुनिया भर के लोग यहाँ आकर तुम्हारी तो इतनी प्रशंसा करते हैं और मेरी उपेक्षा। हर कोई मेर ऊपर तो कदम रखता है मुझ पर चलता है और मुझ पर खड़ा होकर तुम्हारी तारीफ़ करता है।

संगमरमर की मूर्ति ने जबाब दिया, “मेरा प्रिय भाई, संगमरमर की टाइल, क्या तुमको याद नहीं है कि एक ही खदान से निकले हैं।

संगमरमर की टाइल्स बोली, हाँ! मुझे मालूम है, इसीलिए मुझे लगता है कि यह अनुचित है। हम दोनों एक ही खदान से निकले लेकिन फिर भी दुनिया हमारे साथ अलग तरह से पेश क्यों आती है। यह कितना गलत है!

संगमरमर की मूर्ति ने जबाब दिया, “हाँ तुम ठीक कह रहे हो मेरे भाई। लेकिन, क्या तुमको अभी भी वह दिन याद है जब मूर्तिकार ने तुम पर काम करने की कोशिश की थी लेकिन तुम उस मूर्तिकार के औजारों को सहन नहीं कर पा रहे थे और टूट जाते थे।

संगमरमर की टाइल्स बोली, “हाँ मैं उस मूर्तिकार को तुच्छ समझता हूं। वह मुझ पर उन गंदे औजारों का उपयोग कैसे कर सकता था।

संगमरमर की मूर्ति ने जबाब दिया, “हाँ, जब तुम उसके औजारों को सहन नहीं कर पाय और तुमने विरोध किया तो उसने फिर तुम्हारे ऊपर काम नहीं किया। जब उसने तुम्हें छोड़ने का फैसला किया, तो तुम्हारे बजाय मेरे ऊपर काम करना शुरू कर दिया। मैं एक ही बात जानता था कि मैं उसके प्रयासों के बाद कुछ अलग और अनोखा बनूंगा। मैंने उन सभी दर्दनाक औजारों की मार को सहन किया जो उन्होंने मुझ पर इस्तेमाल किए थे और उन्हें वैसे ही शिल्प करने की अनुमति दी जैसी वह चाहते थे!

संगमरमर की टाइल्स बोली, “लेकिन वे औजार इतने दर्दनाक थे।

संगमरमर की मूर्ति ने जबाब दिया, “मेरे भाई, जीवन में हर चीज की कीमत है। चूंकि, तुमने विरोध करने का फैसला किया और आधे रास्ते में टूट गए। इसलिए अब जो भी तुम्हारे ऊपर पैर रखते हैं तुम किसी को भी दोषी नहीं ठहरा सकते।

कहानी से शिक्षा (Moral of the story)

जब भी हमारे जीवन में कुछ कठिन समय आता है उस समय ईश्वर हमें निखारने के लिए काम कर रहे होते हैं। कुछ लोग विपरीत समय में ईश्वर और अपनी किस्मत को कोसते हैं। दोस्तों, आप जीवन में जितने कठिन दौर से गुजरते हैं, उतने ही आप सीखते हैं और भविष्य में उनका उपयोग करते हैं! असफलताओं और असफलताओं से हतोत्साहित न हों! बेहतर बनने की कोशिश करते रहें।

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मकई की खेती | Farming of Corn

(Short Hindi Stories with Moral)

किसी गांव में एक किसान था जो जो मकई के उच्च गुणवत्ता वाली खेती के लिए जाना जाता था। हर साल वो किसान राज्य के किसान मेले में प्रथम पुरस्कार जीतता था। आस पास के कई राज्यों में भी उसकी मकई की खेती की खूब चर्चा होती थी।

एक बार एक रिपोर्टर ने उस किसान का साक्षात्कार करने का फैसला किया जिससे और किसानों को भी प्रेरणा मिले। जब रिपोर्टर ने किसान से उसकी गुणवत्ता वाली मकई की खेती के बारे में पुछा तो किसान ने सभी किसान पड़ोसियों के साथ अपने सर्वोत्तम गुणवत्ता के बीज साझा किए। सभी को अपनी खेती करने का तरीका भी बताया।

अंत में रिपोर्टर ने पूछा, “आपने अपने सभी पडोसी किसानों को अपनी गुणवत्ता वाली मकई की खेती का तरीका बताया। क्या इससे आपकी प्रतिस्पर्था बढ़ नहीं गई ? जबकि आप जानते है की यह सब किसान आपसे कृषि मेले में प्रतिस्पर्धा करते हैं?”

किसान ने जबाब दिया, “क्या आप नहीं जानते हैं कि हवा पकने वाले मकई से पराग उठाती है, और यह हवा एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में घूमती है। यदि मेरे पड़ोसी ख़राब गुणवत्ता वाली मकई उगाते हैं, तो पार परागण अंततः मेरे मकई की गुणवत्ता को भी ख़राब कर देंगे। यदि मैं उच्च गुणवत्ता वाले मकई उगाने वाला हूं, तो मुझे अपने पड़ोसियों को भी अच्छा मक्का उगाने में मदद करनी चाहिए।”

कहानी से शिक्षा (Moral of the story)

दोस्तों, हमारे जीवन के साथ भी ऐसा ही है। हम लोग शांति और ख़ुशी से रहना तो पसंद करते हैं, पर नहीं चाहते की और लोग खुश रहें। यदि हम खुश रहना चाहते हैं तो अपने आसपास के लोगों को भी खुश रहने में मदद करनी चाहिए। जो प्रेम करने की इच्छा रखता है, उसे पहले दूसरों से भी प्रेम करना सीखना चाहिए। जो अच्छी तरह से जीने का विकल्प चुनता है, उसे दूसरों को भी अच्छी तरह से जीने में मदद करनी चाहिए, क्योंकि जिस जीवन को वह छूता है, उसके द्वारा जीवन का मूल्य मापा जाता है। जो लोग खुश रहना चुनते हैं उन्हें दूसरों को अपनी खुशी का पता लगाना चाहिए क्योंकि प्रत्येक का कल्याण सभी के कल्याण के साथ जुड़ा हुआ है।

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One Reply to “तीन प्रेरक लघु हिन्दी कहानियां! Short Hindi Stories with Moral”

  1. These stories are very fulfilling for me, I will try to take them in my life, I hope you will keep bringing similar stories,
    thank you !

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