मात्र 5000 रूपये से शुरू किया बिज़नेस आज हैं 200 करोड़ का टर्नओवर ! Success Story of Vikaas Gutgutia

Vikaas Gutgutia Success Story

नमस्कार मित्रो आज की अपनी इस सक्सेस स्टोरी की इस श्रंखला में हम आपके लिए लाये है कहानी विकास गुटगुटिया की Success Story of Vikaas Gutgutia जिन्होंने मात्र 5000 रुपये से 200 करोड़ का सफल बिज़नेस खड़ा किया और दूसरे लोगो के लिए खुद को एक मिसाल भी बनाया | 

Contents

विकास गुटगुटिया की सफलता की कहानी – Success Story of Vikaas Gutgutia

चलिए जाने Vikaas Gutgutia की Success Story विस्तार से….

विकास गुटगुटिया के प्रारंभिक जीवन की कहानी 

विकास गुटगुटिया का पालन-पोषण पूर्वी बिहार के विद्यासागर नामक गांव में एक मध्यमवर्गीय मारवाड़ी परिवार में हुआ था | उनके पिताजी एक सरकारी कर्मचारी थे | यहीं नही वो देश के जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट केएन गुटगुटिया के पड़पोते भी हैं | अपनी हाई स्कूल की परीक्षा देने के बाद वो कोलकाता चले गये जहाँ से उन्होंने कॉमर्स से अपनी स्नातक की शिक्षा पूर्ण की | इसके बाद वो वहां मौजूद अपने अंकल की फूलो के कारोबार में हाथ बटाने लगे | यहीं से वो धीरे-धीरे फूलो और फ्लोरल के इस कारोबार की बारीकियां भी सीख गये |

विकास गुटगुटिया द्वारा दिल्ली में अपना व्यवसाय शुरू करने की कहानी 

विकास गुटगुटिया को दिल्ली आना पड़ा | एक दिन विकास गुटगुटिया ने दिल्ली में मौजूद अपनी गर्लफ्रेंड को फूलों का खूबसूरत गुलदस्ता देने का सोचा और इसके लिए वो दिल्ली में मौजूद फ्लोरल मार्किट घूमने निकल पड़े और कम से कम दिल्ली की मशहूर 6 दुकानों पर जाकर देखा पर उन्हें कहीं भी ऐसी कोई जगह नहीं मिली जहां एक साथ कई प्रकार के फूल या क्रिएटिव डिजाईन वाले गुलदस्ते हो | उन्होंने पाया कि वहाँ तो फूल एयरकंडीशंड शॉप की बजाय रोडसाइड पर ही बिकते थे | सभी खराब क्वालिटी के फूल और सेवाये देते थे | ऐसे में उन्होंने दिल्ली में फूल गिफ्ट करने की आवश्यकता को देखते हुए इस बिजनेस को करने का मन बना लिया |

अब परेशानी थी पैसे की क्योंकि हर व्यवसाय को शुरू करने के लिए लाखो रुपये की आवश्यकता होती है और उनकी जेब में थे मात्र 5000 रुपये थे |ऐसे में उन्होंने अपने एक कोलकाता के दोस्त से ढाई लाख रुपये का निवेश कराकर दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन पार्ट II में पटरी पर आख़िरकार फर्न्स एंड पेटल्स नाम से वर्ष 1994 200 वर्ग फ़ीट की दुकान खोल ली |

विकास गुटगुटिया के अबतक के सफ़र की कहानी 

Vikaas Gutgutia
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विकास गुटगुटिया ने अपनी इस दुकान को शुरू करने के बाद अपने उसी दोस्त के साथ करीब 1 दर्जन दुकाने और खोली और दिल्ली की कई दुकानों में फूलो को सप्लाई करने लगे | सब सही चल रहा था कि 5 वर्ष बाद वो और उनके दोस्त अलग हो गये | उन्होंने फिर भी हार नही मानी और अपने व्यापार के बढ़ते किरायो और उसको और अधिक चलाने के लिए रात-दिन एक कर दिया | सबसे पहले उन्होंने दिल्ली व बाहर के किसानों से अच्छे संबंध बनाकर उन्हें फूल के सबसे बेहतरीन बीज उपलब्ध करवाने शुरू किये | 

अचानक एक दिन एक ग्राहक अपनी गर्लफ्रेंड के लिए उनकी दुकान के सभी फूल दो लाख रुपए में ख़रीद ले गया जिससे उनका हौसला और बढ़ गया  |फिर आया वर्ष 1997 में जब उन्हें दिल्ली के ताज पैलेस होटल में शादी में सजावट का कॉन्ट्रैक्ट मिला जहाँ उनका काम देखकर पूरी दिल्ली में उनका नाम छा गया | वहाँ उन्हें अपने काम के लिए पूरे 50 लाख रुपये मिले | 

फिर उन्होंने अपने बिज़नेस आईडिया को थोड़ा और बदला “ पारंपरिक पुष्पमाला-आधारित सजावट की जगह कटे फूलों से सजावट करना”| इस आईडिया ने उनके बिसनेस को नये आयाम देने शुरू कर दिए और देखते ही देखते उनकी फ़र्म एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई | 

नब्बे के दशक के अंत तक उनके पास इतने बड़े-बड़े ऑर्डर आने लगे कि उनकी मांग को पूरा करने के लिए उन्हें पश्चिम बंगाल के मिदनापुर से पारंपरिक फूल कारीगरों को काम पर रखना पड़ा | इसके बाद उन्होंने दिल्ली में फ़र्न्स एन पेटल्स फ़्लोरल नामक डिज़ाइन स्कूल की भी स्थापना की | इसके बाद वर्ष 2002 में उन्होंने एफएनपी नाम से पोर्टल शुरू किया जिसके जरिये ऑनलाइन भारतीय और विदेशी फूलों को घर तक पहुंचाने लगे | 

अगले वर्ष 2003 में उन्होंने मशहूर फ़ैशन डिज़ाइनर तरुण टहिल्यानी से हाथ मिलाया और एफ़.एन.पी. टहिल्यानी नाम से लग्ज़री फ़्लोरल बुटीक की शुरुआत की और साथ में उनके और दोस्त जेजे वलाया के साथ मिलकर भी उन्होंने लग्ज़री वेडिंग्स में सजावट के कार्य की भी शुरुआत की |

इसके बाद वर्ष साल 2006 में उन्होंने ‘चटक चाट’ नाम से स्ट्रीट फ़ूड ब्रैंड शुरू किया जो उन्हें वर्ष 2009 में 25 करोड़ रुपए के नुकसान के साथ बंद करना पड़ा | लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और बिज़नेस में नफा नुक्सान तो लगा रहता है ऐसा सोच अपने फूलों के व्यापार को और आगे बढ़ा लिया। 

आज ये सब उनकी ही रात-दिन की मेहनत और लगन का नतीजा है कि आज उनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 200 करोड़ तक पहुँच चुका है | आज उनकी कंपनी के आउटलेट्स देश के विभिन्न शहरों में है और यहीं नही आज उनकी कंपनी दुनिया के 155 देशो में अपनी सेवाये दे रही है |

विकास गुटगुटिया के जीवन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बाते 

विकास गुटगुटिया की पत्नी मीता कंपनी में डायरेक्टर और क्रिएटिव हेड हैं और उन दोनों के  दो बच्चे भी है |

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विकास गुटगुटिया को अबतक विभिन्न अवार्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें ई.ई.एम.ए. का वर्ष 2016 का डिज़ाइनर ऑफ़ द ईयर और इंटरनेशनल फ़्रैंचाइज एंड रिटेल शो में बिज़नेस लीडरशिप अवार्ड भी शामिल हैं |

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