क्या करें जब मन या दिल हो दुखी ? कैसे संभालें दुखी मन को ? उपाय दुखी मन को हल्का करने के ! How to Handle Unhappy Mind

Handle Unhappy Mind

जैसा कि  ये हम सभी जानते है कि सुख और दुःख एक ही पहिये के दो पहलु होते है | हो सकता है कि जिस पल आप किसी भी बात पर सुख और ख़ुशी का अनुभव कर रहे है उसके दूसरे ही पल किसी दूसरी बात पर गुस्सा और क्रोध का अनुभव करने लगे जिससे आपका मन या दिल दुःख की पीड़ा का एहसास करेंगा | तो लेख में हम आपको बताएंगे कि जब भी आपका दिल या मन दुखी हो तो आपको क्या करना चाहिये ? How to Handle Unhappy Mind

दुखी मन (Unhappy Mind) को हल्का करने के उपाय समझने से पहले एक बात हमेशा ध्यान रखे कि इंसान का मन या दिल बहुत चंचल होता है ये कब किस तरफ से इधर उधर की बाते सोचते हुए दुखी हो जाए इंसान को पता भी नही चलता और वो भारी मन या दिल से अपने उपर एक बोझ लेकर परेशान रहने लगता है | ऐसी स्थिति में ना तो इंसान का कोई काम करने का मन रहता है और वो किसी ना किसी बात को लेकर अपने मन या दिल में एक अजीब सी स्थिति बना लेता है | ना ही किसी दूसरे से कोई बात करता है, मायूस और चिढ़चिढ़ा होकर सबसे अलग अपने ही कौतुहल में घूमता रहता है |

आज अपने इस लेख के जरिये हम आपको ऐसे ही कुछ उपाय बताने जा रहे जिनका उपयोग करके आप ऐसी स्थिति से बाहर निकल सकते हो और अपने मन या दिल को सुकून का एहसास करा सकते हो और आपको भी अपनी अंतरात्मा से बहुत शान्ति का अनुभव होंगा |

Contents

उपाय दुखी मन को हल्का करने के ! Tips to lighten the unhappy mind!

चलिए जाने उन उपायों के बारे में थोड़ा विस्तार से :-

1. अपने ध्यान कहीं और लगाने की कोशिश करे 

आपका मन या दिल जब भी किसी बात पर गुस्सा और क्रोध (Anger) का अनुभव करे तो ऐसे में सबसे पहले आप अपने ध्यान को उस बात से हटाने की कोशिश करे जिसे आपकी पीड़ा थोड़ी कम होंगी | हो सकता है थोड़ा मुश्किल लगे पर उस बात पर अपना ध्यान ना केन्द्रित करके कही दूसरी ओर केन्द्रित कीजिये | अपना सारा दिमाग किसी दूसरे कार्य में लगा दे | आपको बहुत ही शांति और हल्केपन का एहसास होंगा और यदि आप उसी बात को याद करते रहेंगे तो दुःख और पीड़ा का अलावा और कुछ हासिल नही कर पायेंगे | इसलिए सबसे अच्छा यही होंगा कि जो हो गया उसे भूले और दूसरे काम में अपने मन और दिल को लगाकर आंगे बढे |

2. दूसरे लोगो के साथ बात करे 

आपका मन या दिल जब भी किसी बात पर गुस्सा और क्रोध का अनुभव करे ऐसे में आपको अपने करीबी और परिचित लोगो के साथ बात अवश्य करनी चाहिये और अपने दुःख को उनके साथ जरुर बाटना चाहिये | ऐसा करने से आपको बहुत शान्ति मिलेंगी और आपको बहुत अच्छा लगेगा | वैसे भी यदि आप जब तक अपने मन या दिल में छिपे हुए उस दुःख को आप किसी अन्य व्यक्ति के साथ नही बाटेंगे तब तक आप ऐसे ही अपने अंदर घुटते रहेंगे और दुखी भी | दूसरो से बात करेंगे, अपना दुःख भी बाटेंगे और अन्य लोगो की बातो को सुनकर ख़ुशी का अनुभव भी करेंगे | इधर-उधर की बातो से अपना मन या दिल भी बहला लेंगे और हसने-हसाने का आनंद भी प्राप्त करेंगे |इसलिए हमेशा दूसरो के साथ बात करे |

3. परिवार और मित्रो के साथ ज्यादा समय बिताये

आपका मन या दिल जब भी किसी बात पर गुस्सा और क्रोध का अनुभव करे ऐसे में आपको अपने परिवार के सदस्यों और अपने मित्रो के साथ ज्यादा समय बिताना चाहिये जिससे कि उस समय आपके मन या दिल में जो भी गुस्सा, दुःख का गुबार भर रहा हो वो समय बीतने के साथ अपने आप बाहर निकल जाये और लोगो के साथ समय बीतने के साथ आपको भी अंदर से शान्ति का अनुभव होने लगे | यदि आपका मन या दिल अपने किसी परिवार के सदस्य या मित्र के कारण दुखी हुआ है तो ये नही कि आप परिवार के बाकी सदस्य और अन्य मित्रो के साथ बिलकुल समय बिताना छोड़ दे | ऐसा नही है कि यदि कोई एक व्यक्ति ने आपका मन या दिल दुखाया है तो सभी आपके साथ ऐसा करेंगे | ऐसा सोचना गलत होंगा | जितना करीबी लोगो के साथ मिलकर समय बिताएंगे आपको उतना ही ख़ुशी का अनुभव होंगा |

4. अपने अच्छे और खूबसूरत पलो और बातो को याद कीजिये 

आपका मन या दिल जब भी किसी बात पर गुस्सा और क्रोध का अनुभव करे ऐसे में आपको हमेशा उन पुराने, अच्छे और खूबसूरत पलो और बातो को याद कीजिये जिनसे आपको ख़ुशी और सुख का अनुभव मिलता है | वो बाते और यादे जो आपको ख़ुशी का एहसास कराये, आपको हंसी का आनंद दिलाये, उन्हें याद करे ,महसूस करे |आपको मन और दिल से बहुत अच्छा लगेगा | इसके विपरीत यदि जिस बात से आपको दुःख पहुंचा है,उसे ही याद करके मन और दिल से लगाये रखेंगे तो कष्ट और पीड़ा के अलावा और कुछ भी प्राप्त नही करेंगे | इसलिए उन बातो को भूले और अच्छी बातो को याद करे |

5. मैडिटेशन और एक्सरसाइज कीजिये 

विश्वभर में हुई ऐसे कई शोधो से ये मनोचिकित्सकों के द्वारा माना गया है कि जब भी आपका मन या दिल जब भी किसी बात पर गुस्सा और क्रोध का अनुभव करे (Feeling Unhappy Mind) ऐसे में कुछ देर के लिए आपको मैडिटेशन और एक्सरसाइज का सहारा लेना चाहिये जिससे उस समय आपके अंदर चल रही दुःख और क्रोध की भावना से आपका सारा ध्यान हट जायेंगा और आपका मन या दिल भी एकाग्र का अनुभव करेंगा | वैसे भी ये बात तो हम सैकड़ो और हजारो वर्षो से सुनते आये है कि मैडिटेशन और एक्सरसाइज करने से हमे आत्मबल और अपनी इच्छाओ को काबू करने की शक्ति मिलती है | हम अपनी भावनाओ को नियंत्रण कर पाते है और हमे मानसिक और सात्विक दोनों शक्तियों का भी अनुभव होता है और अंत में ये सब बाते आपको एक पाजिटिविटी की शक्ति देंगी जो  क्रोध और दुःख से आपको लड़ने और उबरने में सहायता करेंगी |

हमे आशा है कि आप हमारे लेख में दिए गई इन उपायों को अपने जीवन में अपनाकर अपने दुखी मन या दिल को शांति का अनुभव करा पायेंगे। 

यह भी पढ़ें ;

नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पायें ?

10 साधारण आदतें जिन्हें बदलकर आप अपना जीवन बदल सकते हैं।

सुखी जीवन जीने के लिए 12 आवश्यक नियम !

गलती होने पर क्या करें और कैसे सुधारें अपनी गलतियों को ?

हमेशा खुश रहने के लिए 65 आसान तरीके !

यह आर्टिकल  ‘उपाय दुखी मन को हल्का करने के ! Tips to lighten the unhappy mind!’ आपको कैसा लगा अवश्य बतायें, आपके किसी भी प्रश्न एवं सुझावों का स्वागत है। शेयर करें, जुड़े रहने की लिए Subscribe करें . धन्यवाद

यदि आप इस ब्लॉग पर हिंदी में अपना कोई आर्टिकल या जो भी जानकारी देना चाहते है (Guest Post) तो कृपया अपनी पोस्ट E-mail करें. Id है – ‘[email protected]’ पसंद आने पर आपकी पोस्ट ZindagiWow.Com प्रकाशित की जाएगी। धन्यवाद

Hello friends, I am Mukesh, the founder & author of ZindagiWow.Com to know more about me please visit About Me Page.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *