वैसे तो हम सभी ने एलोरा की गुफाओ से सम्बन्धित कहानियों के बारे में अपनी स्कूलों की किताबो में बहुत कुछ पढ़ा और सुना है पर जिस शिव मंदिर की बात हम आपसे कर रहे है उनके बारे में आप शायद बहुत कम ही जानते होंगे | इसलिए आज के इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे एलोरा के कैलाश मन्दिर से जुड़े कुछ अद्भूत रोचक तथ्यों के विषय में Kailash Temple, Ellora : Facts In Hindi जिनको जानकर आप हैरत और सोच में पड़ जाएंगे | चलिए जाने एलोरा के कैलाश मंदिर से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में विस्तारपूर्वक
Kailash Temple, Ellora : Amazing Facts In Hindi
1. एलोरा का यह कैलाश मन्दिर (Kailash Temple) महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रसिद्ध एलोरा की गुफाओं में स्थित है और इस मन्दिर में विशाल और भव्य नक्काशी देखने को मिलती है।
2. यह कैलाश मन्दिर एलोरा की सबसे बड़ी 16वीं गुफा में अपनी अनूठा वास्तु से इस गुफा की शोभा बढ़ा रहा है।
3. इस शिव मंदिर को तैयार होने में 150 साल का समय लगा था। इस मंदिर की ऊंचाई 90 फीट है और लम्बाई 276 फीट, चौड़ाई 54 फीट है।
4. विशेषज्ञों का मानना है कि इस मंदिर के निर्माण में 1 – 2 साल नहीं बल्कि दस पीडियां लगी थी। और मत यह भी है की इस मंदिर के निर्माण कार्य को लगातार 7000 के लगभग मज़दूर कर रहे थे।
5. एलोरा का यह कैलाश मन्दिर (Kailash Temple) आम मंदिर की तरह पत्थरों से जोड़कर नहीं बल्कि केवल एक अकेले पहाड़ को काटकर बनाया गया है और यह मंदिर दुनिया भर में एक ही पत्थर की शिला से बनी हुई सबसे बड़ी मूर्ति के लिए प्रसिद्ध भी है।
6. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर की यह संरचना भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश पर्वत जैसी दिखाई देती है |
7. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर में एक खुला मंडप है जिसमें शिव के वाहन नंदी जी विराजमान है और उसके दोनों ओर विशालकाय हाथी और स्तंभ बने हैं और आंगन के तीनों ओर कोठरियां हैं।
8. हालाँकि यह भगवान शिव का मंदिर है पर यहाँ पूजा अर्चना का कोई प्रावधान नहीं है और न ही इसमें कोई पुजारी है। हालाँकि लोग धार्मिक आस्था से यहाँ जाते हैं पर पूजा का ली प्रावधान देखने को नहीं मिलता।
9. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर के इतिहास और निर्माण के समय से सम्बन्धित जानकारी के बारे में आजतक कोई भी इतिहासकार या विशेषज्ञ सही अनुमान नही लगा पाया है |
10. एलोरा का यह कैलाश मन्दिर ‘विरुपाक्ष मंदिर’ से प्रेरित होकर राष्ट्रकूट वंश के शासन के दौरान बनाया गया था।
11. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर में रिसर्च के दौरान पुरातत्वशास्त्र (Archaeology) और भूविज्ञान विभाग (Department Of Geology) की टीम को जमीन के नीचे बना हुआ एक पुराने शहर के अवशेष भी मिले है | यहाँ पर आम लोगो का प्रवेश वर्जित है |
12. एलोरा के कैलाश मन्दिर के निर्माण में ऐसा कई एतिहासिक सबूतों से पता चलता है कि इस प्राचीन मंदिर के निर्माण प्रक्रिया में बौद्ध और जैन सहित कई धर्मों और संस्कृति का योगदान रहा था। बाद में हिंदू राजाओं ने भी इस कैलाश मंदिर के निर्माण में अपना बड़ा योगदान दिया था ।
13. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर को नष्ट करने के लिए वर्ष 1682 में मुगल शासक औरंगजेब ने हजार सैनिकों के एक दल को भेजा था जो लगातार 3 वर्षो तक की इस मंदिर को पूरी तरह से नष्ट करने की कोशिश करते रहे पर सफल ना हो सके |
14. एलोरा के कैलाश मन्दिर में दुनिया की सबसे बड़ी कैंटिलीवर रॉक छत है जो हजारों वर्ष पूर्व निर्माण हुए किसी भी मंदिर के लिए एक असंभव उपलब्धि है।
15. पुरातत्वविदों (Archaeologists) का मानना है कि उस समय एलोरा के इस कैलाश मन्दिर के निर्माण के लिए मूर्तिकारों ने चार टन से अधिक चट्टान को बाहर निकाला होंगा जो आज के समय में उपलब्ध सबसे बड़ी 10 टन वाली जेसीबी मशीनों का उपयोग करके भी असंभव है।
16. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर में जिस तरह से मंदिरों की दीवारों और स्तंभों के बीच ध्वनि चलती है और कंपन होती है, वह इस बात का संकेत है कि इस स्थान पर भारतीय ऋषियों का दिव्य आशीर्वाद है।
17. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर के निर्माण के बारे में कुछ लोग ऐसा भी मानते है कि इस मंदिर का निर्माण बाहरी दुनिया के लोगो ने किया होंगा क्योंकि हज़ारो वर्ष पहले बिना तकनीक इतने बड़े ढाँचे का निर्माण करना असंभव रहा होंगा |
18. एलोरा के इस कैलाश मन्दिर की शीर्ष से लेकर नीचे तक उस समय जो उत्तम नक्काशी की गई होंगी वो आज के समय में केवल छेनी और हथौड़ों का उपयोग करके भी असंभव है |
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