InMobi (इनमोबी) Founder & CEO नवीन तिवारी की सफलता की कहानी | Naveen Tewari Success Story

Naveen Tewari Success Story Hindi

नमस्कार दोस्तों अपने आज के इस अंक के जरिये हम आपको रूबरू कराने जा रहे है  Inmobi Founder & CEO Naveen Tewari Success Story : नवीन तिवारी की प्रेरणादायक सफलता की कहानी से जो कि एक ऐसे साहसी व्यक्तित्व के व्यक्ति की सच्ची दास्तान है जिन्होंने इस बात को साबित किया है कि यदि जीवन में अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए कितना भी संघर्ष और समस्याओं का सामना करना पड़े, सच्ची मेहनत और लगन के साथ उस लक्ष्य को हासिल करने में सफलता जरूर मिलती है | चलिए जाने

Contents

Inmobi Founder – CEO Naveen Tewari Success Story

नवीन तिवारी के पारिवारिक और शिक्षा से जुड़ी कहानी

नवीन तिवारी का जन्म वर्ष 1977 में एक बहुत ही साधारण परिवार और शिक्षित परिवार में हुआ था जिसमे शिक्षित होकर सरकारी नौकरी को बहुत महत्त्व दिया जाता था | उनके पिताजी आईआईटी कानपुर के डीन और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे और दादीजी भी आईआईटी की पहली महिला प्रोफेसर रह चुकी थीं | उन्होंने भी आईआईटी कानपुर से मैक्निकल इंजीनियरिंग में स्नातक पूर्ण करने के बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से अपनी MBA की शिक्षा पूर्ण की है |

नवीन तिवारी के कैरियर से जुड़ी कहानी

नवीन तिवारी ने वर्ष 2003 में अपनी स्नातक की डिग्री पूर्ण करने के बाद मैकिन्से एंड कंपनी में नौकरी प्राप्त करके अपने कैरियर की शुरुआत की थी | इस कंपनी में उन्होंने 3 वर्ष तक अपनी सेवाएँ दी थी | उन्होंने अपने कैरियर में कई टेक कंपनियों के टॉप मैनेजमेंट के साथ काम किया और फिर वेंचर कैपिटल फर्म, चार्ल्स रिवर वेंचर्स में भी अपनी सेवाएँ दी जिसमे वो भारत में निवेश की रणनीति तैयार करने का काम किया करते थे | अपने कैरियर के समय उनकी भारतीय निगम के लिए गो-टू मार्केट रणनीति विकसित करने की भी बहुत इच्छा थी | वर्ष 2005 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से अपनी MBA की शिक्षा के दौरान उन्होंने एक गैर लाभकारी संगठन “इंडिया स्कूल हाउस” फंड की स्थापना की, जो कि ग्रामीण भारत में स्कूलों के लिए फंड जुटाता है और स्थापना करता है। वो आज भी इस संगठन के चैयरमेन हैं।

नवीन तिवारी द्वारा खुद की कंपनी शरु करने के आईडिया सोचने से जुड़ी कहानी

नवीन तिवारी ने हार्वर्ड जाने के बाद पाया कि एंटरप्रिन्योर्स और बिजनेस लीडर्स भी उनकी तरह ही एक आम इंसान होते है | बस इसी बात ने उनको एंटरप्रिन्योरशिप के प्रति बहुत प्रेरित किया था | उस समय उनको अपने साथी स्टूडेंट्स के लिए भारत का एक ट्रिप आयोजित करने का मौका मिला जिससे उनके बाकी साथी भी भारत से जुड़ी आर्थिक संभावनाओं, संस्कृति और आम लोगों के बारे में जान सकें। अपनी इस ट्रिप के समय ही उन्हें उन्हें मोबाइल डील्स और मोबाइल सर्च से जुड़ा एंटरप्रेन्योरशिप का आइडिया आया।

नवीन तिवारी द्वारा InMobi (इनमोबी) की शुरुआत करने से जुड़ी कहानी

नवीन तिवारी द्वारा अपने वर्षो के कैरियर अनुभव, विचार और आईडिया को लेकर वर्ष 2007 में मुंबई के एक बेडरूम के छोटे से फ्लैट और 10 कर्मचारियों के साथ एसएमएस आधारित सर्च सर्विस पर फोकस करते हुए एमखोज की स्थापना की जिसके लिए उन्हें एंजेल फंडिंग द्वारा 5 लाख डॉलर का फंड दिया गया था | इसके बाद वर्ष 2009 में उन्होंने इस कंपनी का नाम Inmobi रख उसे मोबाइल-डिवाइस एडवरटाइजिंग फर्म में बदल दिया |

नवीन तिवारी द्वारा InMobi (इनमोबी) के शुरुआत से लेकर अबतक के सफर की कहानी

नवीन तिवारी ने अपनी सूझबूझ और दिमाग से इनमोबी की पहचान पूरे विश्व में गूगल के एडमॉब नेटवर्क के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल एडवरटाइजिंग नेटवर्क के रूप में बना दी है | आज उनकी कंपनी तेजी से तरक्की की सीढ़ियां चढ़ते हुए बेंगलुरु के टेक्नोलॉजी पार्क स्थित तीन मंजिला ऑफिस से भारत, यूके, यूएस, चीन और ऑस्ट्रेलिया सहित दुनिया के 165 से भी ज्यादा देशों के 1200 मिलियन से भी ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स को अपने कारोबार से जुड़ी सेवाएँ पहुंचा रही है।

आपको ये जानकर आश्चर्य होंगा कि एमआईटी ने अपनी टेक्नोलॉजी रिव्यू में Inmobi को दुनिया की 50 सबसे चर्चित रहने वाली कंपनियों में शामिल किया है | यहाँ तक पहुँचने में नवीन तिवारी को बहुत मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा है जिसमे सबसे पहले निवेशको को निवेश करने के लिए आकर्षित कर पाना बेहद मुश्किल होता है फिर भी शुरुआत के चार महीनों तक निवेशकों और ग्राहकों को आकर्षित करने के काफी कोशिशों के बाबजूद नवीन तिवारी अपनी कंपनी के लिए फंड जुटाने में कामयाब हुए।

उनके सामने दूसरी चुनौती विदेशी निवेशकों को ये समझाना था कि भारत में भी अच्छे सॉफ्टवेयर बनाए जा सकते हैं जिसका समाधान भी उन्होंने अपने वर्षो के अनुभव के दम पर किया और आज भारत के सफल उद्यमी की लिस्ट में वो शुमार है |

हमे आशा है कि आपको हमारी ये Inmobi Founder & CEO Navin Tiwari Real Life Motivational Success Story अवश्य ही पसंद आयेंगी |

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