पर्सनल लोन कहीं बन न जाये जी का जंजाल | Keep 10 Things in Mind Before Take Personal Loan

Personal Loan

पर्सनल लोन लेने से पहले 10 बातों का ध्यान रखें ! पर्सनल लोन आजकल बहुत आम लोन बन गया है। इसका कारण किसी भी वित्तीय संकट में यह लोन आसानी से और जल्दी मिल जाता है। जब किसी को आपातकालीन समय में आपको पैसे की जरूरत होगी है तो Personal Loan व्यक्तिगत ऋण के रूप में होता है जो किसी आपात स्थिति में आपकी मदद करता है, फिर चाहे चिकित्सा सम्बंधित मामला हो या कोई अन्य किसी अघोषित खर्च से जुड़ा हो। नियमित आये होने पर पर्सनल लोन जिसे व्यक्तिगत लोन कहा जाता है, आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। Before Take Personal loan – लेकिन इस लोन को चुकाने में सावधानी बरतना बहुत महत्वपूर्ण है। 

चुनने में सावधानी,  चुकाने में देरी सर पर भरी कर्ज का बोझ लाद भी देता है जो जी का जंजाल बन जाता है। जो इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं की यदि आप को पर्सनल लोन ले रहें हैं तो आपको किन की बातों का ध्यान रखना चाहियें जिससे की पर्सनल लोन आपके लिए बोझ न बन जाये। 

Contents

पर्सनल लोन लेने से पहले 10 बातों का ध्यान रखें Important 10 Things to Know Before Taking a Personal Loan

वैसे तो पर्सनल लोन एक अच्छी सुविधा है जिसके द्वारा अप्रत्याशित वित्तीय संकट के दौरान आपके पास पैसे हो जाते हैं। हालाँकि पर्सनल लोन पर इंटरेस्ट रेट ज्यादा होती है पर वित्तीय संकट के समय यह लोन उधार का सबसे बढ़िया माध्यम भी होते हैं। पर आप पर्सनल लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान जिससे न हो बाद में कोई परेशानी। 

Keep These Things in Mind Before Take Personal loan

व्यक्तिगत ऋण लेने का मतलब है अधिक ब्याज दर के साथ खुद को आर्थिक रूप से प्रतिबद्ध करना। पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले सभी प्रासंगिक जानकारी होना जरूरी है। यह न केवल आपके ऋण के स्वीकृत होने की संभावनाओं को बेहतर बनाता है, बल्कि व्यक्तिगत ऋण पर कम ब्याज दर को सुरक्षित करने में भी आपकी मदद कर सकता है। व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखना जरूरी हैं। आइये जानते हैं – 

1. क्या लोन लेना आखिरी विकल्प है ?

कई बारे ऐसा होता है की पैसे की बहुत जरूरत पड़ जाती है जिसकी वजह से हमें Personal Loan लेना पड़ जाता है। पर कई बार हम उन खर्चों की वजह से लोन ले लेते  हैं जो या तो टाले जा सकते हैं या बाद में किए जा सकते हैं।  जैसे पर्सनल लोन का इस्तेमाल किसी शान-ओ-शौकत वाली वस्तु को खरीदने के लिए करना। पहले इस बात को निश्चित कर लें की क्या वाकई आपको इसकी जरूरत है। 

वित्तीय विशेषज्ञ इस बात की सलाह देते हैं की कोई भी लोन तभी लें जब आपके पास कोई अन्य विकल्प न हो। इस बात को भी याद रखें लोन की हर माह की किश्त आपके वित्तीय बजट को न बिगाड़ दे। पर्सनल लोन की व्याज ज्याद होती है जिससे किस्त की रकम भी बड़ी होती है। तो इस बात का ध्यान रखें की लोन चुकाने का विकल्प भी आपकी पास मौजूद हो। 

2. लोन उतना ही लें, जितना आप चुका सकें

Personal Loan आकस्मिक ज़रूरतों के लिए कम समय में, कम दस्तावेज़ों के द्वारा  बैंकों से मिलने वाला कर्ज है। अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार उधार लेना याद रखें क्योंकि जितना आप चुका सकते हैं उससे अधिक उधार लेना आपको कर्ज में डुबो सकता है। 

मान लीजिए हमें दो लाख की जरूरत है और बैंक हमें तीन लाख का ऑफर दे रही है तो आपको दो लाख का लोन ही लेना चाहियें। बैंकों द्वारा पूर्व-स्वीकृत इंस्टेंट पर्सनल लोन की सुविधा देने के साथ ही बिना सोचे-समझे लोग अपनी रीपेमेंट क्षमता से अधिक का उधार ले लेते हैं। लोन रीपेमेंट के लिए यदि ईएमआई आपकी पहुंच से दूर है, तो अन्य फंड में से पैसा निकाल कर या आगे और लोन लेकर आप स्वयं को और बड़े वित्तीय संकट में डाल सकते हैं। आपके पर्सनल लोन का रीपेमेंट आपकी सीमा में रहे ऐसा करने के लिए सुनिश्चित करें कि आपके लोन की ईएमआई आपकी मासिक आय के 35 से 40% से आगे न जाती हो।

3. कुल चुकाई जाने वाली रकम के बार में भी जान लें। 

लोन देते समय बैंक आपको बताती है कि लोन की राशि क्या है, आपकी मासिक किस्त कितने पैसे की होगी।  लोन की समयावधि और ब्याज दर भी बताई जाती है। मगर अक्सर लोग यह भूल जाते हैं, कि इस दौरान असल में उन्होंने कितनी रकम चुकाई। 

ज्यादातर बैंक आपको ज्यादा समय में कम EMI का लालच देते हैं जिसकी वजह से लोन ज्यादा महंगा पड़ता है। स्वयं पर बोझ को कम करने के लिए पर्सनल लोन की सही अवधि का चयन महत्वपूर्ण होता है। लोन की अवधि जितनी अधिक होगी, लोन रीपेमेंट की कुल लागत उतनी अधिक होगी भले ही ईएमआई आकर्षक लग सकती है।कर्ज की कीमत को कम करने के लिए यह अनिवार्य है कि अपने सामर्थ्य अनुसार, जितना संभव हो कम-से-कम अवधि का चयन करें जिससे कम से कम समय में कर्ज से मुक्त हो जाएं। 

4. एक बार में एक से अधिक लोन लेने से बचें

कई बार लोग अलग अलग बैंक से अलग अलग लोन की मांग करते हैं। याद रखें एक बार में एक से अधिक लोन लेने से बचें। इसका कारण एक से अधिक आवेदन आपके loan मंज़ूर होने की संभावना को कम करता है।  आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उधार लेने की संभावना कम हो जाती है। इस बात को ध्यान रखें, ऐसा व्यक्ति जिसका क्रेडिट स्कोर कम हो उससे बढ़िया क्रेडिट स्कोर वाले किसी व्यक्ति की तुलना में आमतौर पर अधिक ब्याज दर लिया जाता है।

5. ब्याज दरों की तुलना करें

विभिन्न उधारदाताओं द्वारा भिन्न भिन्न व्याज दरें हो सकती हैं इसलिए आप बाजार में ब्याज दरों की तुलना करें। ब्याज दरों की तुलना यह सुनिश्चित करती है कि आपको सबसे कम दर मिले। कम ब्याज दर आपके लिए सबसे अच्छा है, आपके ऋण पर ईएमआई का पुनर्भुगतान आसान बनाता है। आप विभिन्न वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश की गई दरों की तुलना पेसबबाजार, बैंकबाजार और मायलोकेनरे जैसे प्लेटफार्मों पर आसानी से कर सकते हैं।

6. प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्च का आकलन करें

जब कोई ऋण उधार लेता है, तो प्रसंस्करण शुल्क, पूर्व भुगतान शुल्क और देर से भुगतान शुल्क जैसी कई लागतें शामिल हो सकती हैं। जो लोन का दबाव बढ़ा देते हैं।  इसमें प्रोसेसिंग फीस, दस्तावेजों का खर्च, प्री-पेमेंट चार्जेज, पेनल्टी जैसी कई शर्ते छुपी होती हैं। इनके बारे में तब तक नहीं बताया जाता, जब तक आप पूछे नहीं। इसलिए इस बारे में जानकारी भी जरूर प्राप्त कर लें। 

7. नियम शर्तों के बारे में जान लें  

पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले उसके सभी नियम व शर्तों को अच्छी तरह से समझ लें। साथ ही यदि, कही भी कोई बिंदु पेचीदा या संदिग्ध नजर आए, तो आप उस पर सवाल खड़ा कर सकते हैं। आपको समय निकाल कर लोन की फाइन प्रिंट पढना चाहिए और संभव हो तो किसी ऐसे व्यक्ति की मदद लेनी चाहिए जिसे वित्तीय लेन-देन की बेहतर समझ हो। कुल मिलकर आपको दस्तखत करने से पहले सभी नियम एवं शर्तों  से पूरी तरह सुनिश्चित हो जाना चाहियें। 

8. समय से पहले चुका सकते हैं पर्सनल लोन 

आप पर्सनल  लोन को समय से पहले भी पूरी तरह चुका सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको क्लोजर चार्ज देना होता है। हर एक बैंक के अपने अलग अलग नियम हैं। प्री क्लोजर से आपको इंट्रेस्ट रेट का बोझ कम पड़ेगा। हालंकि बैंक को ब्याज की राशि का नुकसान होता है, उसमें वो चार्ज वसूलते हैं। हर बैंक अपने हिसाब से अलग – अलग चार्ज वसूलता है। आमतौर पर यह चार्ज बकाया राशि पर 2-4 फीसदी तक रहता है।

9. देर से किश्त चुकाना 

लोन की किश्त को देर से चुकाना आपके क्रेडिट स्कोर को खराब करता है। इसके अलावा, अधिकतर लेंडर्स देर से भुगतान करने पर विलम्ब भुगतान शुल्क जुर्माना भी लगाते हैं। इसीलिए, किसी भी कीमत पर आपको ये गलती नहीं करनी चाहिए। इसके आलावा भूल वंश भी लोन का भुगतान में विलम्ब हो सकता है। इसलिए आपको इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सर्विस (Electronic Clearance Service (ECS)) का विकल्प चुनना चाहियें जिससे देय तिथि पर आपकी लोन किश्त का भुगतान स्वतः आपके बैंक से हो जाये। 

10. पर्सनल लोन के बारे में कुछ विशेष बातें 

  • वित्तीय संकट के समय पर्सनल लोन एक बेहतर विकल्प है। 
  • जितनी आवश्यकता हो उतना ही लोन लें। 
  • पर्सनल लोन लेना काफी आसान है। इस लोन की KYC काफी सरल होती है। 
  • इस लोन में पैसा तुरंत आपके पास होता है। 
  • पर्सोनल लोन को वापस करने की समय-सीमा को घटाया या बढ़ाया जा सकता है। 
  • पर्सनल लोन की किश्त का भुगतान समय पर करना अनिवार्य है। 

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