Samanya Gyan … ऐसा क्यों होता है ? Aisa Kyon Hota Hai ?

Samanya Gyan

बहुत से ऐसी Samanya Gyan की बातें हैं जिसको जानने की उत्सुक्ता रहती हैं की ऐसा क्यों होता है ? क्यों नहीं लगती है कुतुब मीनार के पास स्थित लौह स्तम्भ में जंग, लकड़ी में आग तुरंत क्यों लग जाती है जबकि धातु में देर से, क्यों कमज़ोर हो जाती है याददाश्त ऐसे बहुत से सबालों के जबाब आपको यहाँ मिलने वाले हैं। तो आइये Samanya Gyan बढ़ाते हैं और जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है ?

ऐसा क्यों होता है ? Samanya Gyan In Hindi

 

Samanya Gyan Question 1

लकड़ी में आग तुरंत क्यों लग जाती है जबकि धातु में देर से लगती है ?

धातु की तुलना में लकड़ी के सरलता से जलने की वजह यह है कि लकड़ी वास्तव में जलती नहीं बल्कि गैस बनकर उड़ती रहती है। जब हम लकड़ी को जलाने की कोशिश करते हैं तो उसमे मौजूद यौगिकों के अणु खंड होकर ज्वलनशील गैसों में परिवर्तित होने लगते हैं। यह गैस हवा में मिलकर जलने लगती है। लकड़ी तब तक गैसों में बदलती रहती हैं जब तक वो सुलगती या जलती रहती है और गैसों के निकलने की वजह से इसमें आग बुझ नहीं पाती है।

जबकि धातु इस प्रकार के अणुओं में खंड नहीं होते हैं और इसे वाष्पशील होने के लिए बहुत अधिक तापमान की आवश्यकता होती है। इसलिए उसमे सरतला से आग नहीं लगती। यदि धातुओं को जलाने के लिए आदर्श परिस्थितियाँ मिल जाएँ तो उन्हें भी जलने में कम समय लगेगा। लेकिन धातुओं में लगी आग बहुत खतरनाक होती है और यह बहुत मुश्किल से बुझती है।

Samanya Gyan Question 2

तुलसी का पौधा क्यों सूख जाता है ?

आपने देखा होगा कि अचानक से तुलसी का पौधा सूखने लगता है और आपको समझ नहीं आता कि ऐसा क्यों होता है। पुराणों और शास्त्रों के अनुसार माना जाए तो ऐसा इसलिए होता है कि जिस घर पर मुसीबत आने वाली होती है उस घर से सबसे पहले लक्ष्मी यानी तुलसीजी चली जाती है, क्योंकि दरिद्रता, अशांति या क्लेश जहां होता है वहां लक्ष्मीजी का निवास नहीं होता।

अगर ज्योतिष की मानें तो ऐसा बुध के कारण होता है। बुध का प्रभाव हरे रंग पर होता है और बुध को पेड़-पौधों का कारक ग्रह माना जाता है।

Samanya Gyan Question 3

वकील काला कोट ही क्यों पहनते है ?

वकील काला कोट इसलिए पहनते हैं क्योंकि काला रंग दृष्टिहीनता का प्रतीक होता है। कहा जाता है कानून अंधा होता है और दृष्टिहीन लोग किसी के प्रति पक्षपात नही करते हैं। इसी कारण से वकीलों के कोट का रंग काला रखा गया है जीससे वकील बिना किसी पक्षपात के अपना काम ईमानदारी से करे। 1961 के अधिनियक के तहत वकीलों के लिए सफेद बन टाई के साथ वकीलों के लिए ये अनिवार्य कर दिया गया।

आपने देखा होगा वकील काले कोट के साथ सफेद सर्ट भी पहनते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सफेद रंग सच्चाई का प्रतीक होता है। तो काला और सफ़ेद का मतलब हो गया की वकील बिना किसी भेद भाव के पूरी ईमानदारी और सच्चाई से अपना काम करें जिससे न्याय पर लोगों का विश्वास बना रहे।

Samanya Gyan Question 4

क्यों नहीं लगती है कुतुब मीनार के पास स्थित लौह स्तम्भ में जंग ?

गुप्त वंश से राजा चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य द्वितीय द्वारा बनवाया गया यह लौह स्तम्भ 1600 वर्ष से अधिक पुराना है। लोहे का बना हुआ यह स्तम्भ 7 मीटर ऊँचा है और इसका वजन 6 हज़ार किला से अधिक है। इस खम्बे का 1 मीटर हिस्सा ज़मीन में अंदर है। खम्बे के मूल के पास इसका व्यास 17 इंच और शीर्ष पर 12 इंच व्यास है।

इस लोह स्तम्भ पर जंग नहीं लगने की वजह जानने के लिए आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने वर्ष 1998 में स्तम्भ के लोहे के मटेरियल पर प्रयोग किया था। इस प्रयोग से पता चला की स्तम्भ के लोहे को बनाते समय पिघले हुए कच्चे लोहे में फास्फोरस तत्व को मिलाया गया था। इससे आयरन में अणु बांड नहीं बन पाए। इस वजह से जंग लगने की गति हज़ारों गुना धीमी हो गई।

Samanya Gyan Question 5

अपने हाथ से गुदगुदी क्यों नहीं होती ?

अगर गलती से किसी व्यक्ति का हाथ हमें अनजाने में छू जाये, तो हमें गुदगुदी होने लगती है। लेकिन यदि अगर हम स्वयं अपने शरीर को गुदगुदाते है तो किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं होती है। हमारे दिमाग में कुछ  इस तरह से प्रोग्राम होता है कि उसमें बाहरी संवेग और आंतरिक संवेगों को अलग करने में महारत हासिल होती है।

दिमाग सबसे पहले उन संकेतों की अनदेखी करता है, जो आंतरिक होते है, यानि जो व्यक्ति स्वयं अपने शरीर पर करता है। जब भी कोई व्यक्ति हमें गुदगुदी मचाता है, तो हमें हंसी उसके कारण होने वाले आकस्मिक भय का ही रूप होती है। जब हम स्वयं अपने को गुदगुदाते हैं तो हमें किसी भी प्रकार का भय नही रह जाता है। अपने आप को गुदगुदाने पर यह प्रतिक्रिया दिमाग के जिस हिस्से के कारण नहीं हो पाती है, उसे ‘सेरेबेलम’ कहते है और यह दिमाग के पिछले हिस्से में होता है। यह दिमाग के अन्य हिस्सों को मिलने वाले संवेदात्मक संकेतों को नियंत्रित करता है।

Samanya Gyan Question 6

एयर कंडीशन से पानी क्यों निकलता है ?

आपने देखा होगा जब ग्लास  में ठंडा पानी डाला जाता है तब उसके बाहर पानी की बूंदें जम जाती हैं और कुछ समय के बाद पानी के रूप में नीचे आ जाती हैं। ऐसे ही जब एयर कंडीशन चलता है उस में उत्पन्न गैस जब पाइप से गुजरती है तो उसमे पानी की बूंदें जम जाती हैं और बाहार के गर्म वातावरण के सम्पर्क में आकर पानी में तब्दील हो जाती हैं।

Samanya Gyan Question 7

लोहे की गेंद  पानी में डूब जाती है लेकिन जहाज क्यों नहीं डूबता ?

भौतिकशास्त्री आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुसार जब किसी वस्तु को द्रव्य में पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से डुबोया जाता है तो वह हल्की हो जाती है यानि आभासी रूस से उसके भार में कमी आ जाती है और यह आभासी भार में कमी वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव्य के बरावर होती है।

लोहे की छोटी से गेंद पानी में डूब जाती है क्योंकि उसके द्वारा हटाए गए जल का भार उस गेंद के भार से काम होता है। इसी तरह जहाज पानी में इसलिए नहीं डूबता क्योंकि उसके द्वारा हटाए गए जल का भार उसके भार के बराबर होता है।

Samanya Gyan Question 8

ट्रैन के पीछे एक्स (क्रॉस) का निशान क्यों होता है ?

न के पीछे एक्स के निशान का मतलब है आखिरी डिब्बा। यानि यह निशान यह दर्शाता है की यह डिब्बा एक ट्रैन का आखिरी डिब्बा है। यदि ट्रैन में यह एक्स वाला डिब्बा नहीं है तो इसका मतलब है की ट्रैन आपातकालीन स्थिति (emergency situation) में है।

Samanya Gyan Question 9

टायर काले रंग के क्यों होते हैं ?

प्राकृतिक रबड़ का रंग स्लेटी होता है और टायर काला कैसे ? क्योंकि टायर बनाते समय इसका रंग बदल जाता है और ये स्लेटी से काला हो जाता है। टायर बनाने की प्रक्रिया को वल्कनाइजेशन कहते हैं। टायर बनाने के लिए उसमें काला कार्बन मिलाया जाता है जिससे रबर जल्दी नहीं घिस सके। यदि सादा रबर का टायर 10 हज़ार किलोमीटर चल सकता है तो कार्बन युक्त टायर एक लाख किलोमीटर या उससे अधिक चल सकता है।

अगर टायर में साधारण रबर लगा दिया जाये तो यह जल्दी ही घिस जाएगा और ज्यादा दिन नहीं चल पाएगा इसलिए इसमें काला कार्बन और सल्फर मिलाया जाता है जिससे कि टायर काफी दिनों तक चल सके। काले कार्बन कि भी कई श्रेणियां होती हैं और रबर मुलायम होगी या सख़्त यह इस पर निर्भर करेगा कि कौन सी श्रेणी का कार्बन उसमें मिलाया गया है। मुलायम रबर के टायरों की पकड़ मज़बूत होती है लेकिन वो जल्दी घिस जाते हैं जबकि सख़्त टायर आसानी से नहीं घिसते और ज्यादा दिन तक चलते है। टायर बनाते वक्त इसमें सल्फर भी मिलाया जाता है और कार्बन काला होने के कारण यह अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से भी बच जाता है।

Samanya Gyan Question 10

कॉफी पीकर नींद क्यों उड़ जाती है ?

कॉफी में कैफीन मौजूद होती है। जब हम काफी पीते हैं तो कैफीन पेट और छोटी आंत के जरिए ब्लडस्ट्रीम में प्रवेश करती है और फिर लगभग कुछ घंटों के लिए शरीर में घूमती रहती है। यह बॉडी में एडेनोसिन (नींद लाने वाला पदार्थ) रिसेप्टर को ब्लॉक करके नींद को रोक देती है।

कॉफी या कैफीन हमारे सर्केडियन रिदम (शारीरिक, मानसिक और व्यवहारिक परिवर्तन) को अपसेट कर सकता है. सोने से एक घंटे पहले एक कप कॉफी प्रभावी नींद को एक घंटे तक कम कर सकती है।

Samanya Gyan Question 11

छिपकली दीवार से क्यों नहीं गिरती ?

दरअसल छिपकलियों के पैर में बहुत सारे सूक्ष्म रेशा होते हैं, जिसे setae कहा जाता हैं। इन हरेक setae में से सैकड़ों और अति सूक्ष्म रोम निकलते हैं जो spatulae कहलाता हैं।  यही spatulae जब दीवार के संस्पर्श में आता हो तो वैन डर वाल्स बल (van der Waals force) पैदा करता हैं और इसी बल के जरिये  छिपकली दीवार पर आसानी से सटे रह सकती हैं।  आसानी से चल सकती है और गिरती नहीं है।

Samanya Gyan Question 12

साबुन का झाग हमेशा सफेद ही क्यों होता है ?

साबुन चाहें किसी भी कलर का हो लेकिन झाग हमेशा सफ़ेद ही होते हैं। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि किसी वस्तु का अपना कोई रंग नहीं होता। उस पर जब प्रकाश की किरणें पड़ती हैं तो वह बाकी रंगों को सोखकर जिस रंग को परावर्तित करती है, वही उसका रंग होता है। यही नियम कहता है कि जब कोई वस्तु सभी रंगों को सोख लेती है तो वह काली और सभी रंगों को परावर्तित करती है तो सफेद दिखती है।

साबुन का झाग सफेद दिखाई देने के पीछे भी यही कारण है। झाग कोई ठोस पदार्थ नहीं है। इसकी सबसे छोटी इकाई पानी, हवा और साबुन से मिलकर बनी एक पतली फिल्म होती है। यह पतली फिल्म जब गोल आकार ले लेती है, हम इसे बुलबुला कहते हैं। दरअसल साबुन का झाग बहुत सारे छोटे बुलबुलों का समूह होता है। साबुन के एक बुलबुले में घुसते ही प्रकाश किरणें अलग-अलग दिशा में परावर्तित होने लगती हैं। यानी उसके अंदर प्रकाश किरणें किसी एक दिशा में जाने के बजाय अलग-अलग दिशा में बिखर जाती हैं। यही कारण है कि साबुन का एक बड़ा बुलबुला हमें पारदर्शी सतरंगी फिल्म जैसा दिखाई देता है। अगर ऐसे किसी बुलबुले में से प्रकाश किरणें एक ही दिशा में लौटतीं तो यह कागज की तरह सफेद दिखाई देता।

Samanya Gyan Question 13

नवजात शिशु अपनी माँ को कैसे पहचान लेता है ?

शिशु के पैदा होने से पहले ही यानि जब वो अपनी माँ के पेट में होता है तो उसकी सम्पर्कता माँ से होने लगती है। शिशु अपनी माँ की धड़कन और आवाज़ को पहचानने लगता है। बच्चे के पैदा होने पर माँ ही उसके पास ज्यादा रहती है इसके कारन वो अपनी माँ की खुशबु भी पहचानने लगता है।

Samanya Gyan Question 14

कुत्ते के सूंघने की क्षमता अधिक क्यों होती है ?

कुत्ते की सूंघने की क्षमता इंसानों से लगभग 1000 गुना ज्यादा होती है। कुत्ते के सूंघने की क्षमता ज्यादा होने का कारण उसके शरीर में मौजूद विशेष गुण होते हैं। कुत्ते की नाक के दोनों छिद्रों में एक ऐसी जगह होती है जहाँ बहुत अधिक मात्रा में गंध संवेदनशील कोशिकाएं होती हैं जिन्हें कीमोरिसेप्टर कहा जाता है। ये रिसेप्टर्स बालों जैसे दिखाई देते हैं और म्यूकस के कारण हमेशा गीले रहते हैं। ये सेल्स नाड़ियों के जरिये दिमाग से जुड़ी रहती है और दिमाग के इस स्थान को ऑलफक्ट्री बल्ब कहा जाता है। ये भाग जितना बड़ा होता है, कुत्ते में सूंघने की क्षमता उतनी ही बढ़ जाती है।

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